कोलकाता | काता के तारातला में मंगलवार को माझेरहाट पुल का एक हिस्सा गिर जाने से कम से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गयी और 28 अन्य घायल हो गये जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
दार्जिलिंग के दौरे पर गयीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हादसे में एक व्यक्ति के मारे जाने की पुष्टि की है। सुश्री बनर्जी ने इस हादसे में मारे गए व्यक्ति के परिजनों को पांच लाख रूपए और घायलाें के परिजनों को 50 -50 हजार रूपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
पुल गिरने से उसके नीचे बनी झुग्गी बस्ती में रह रहे छह मजदूर फंस गये जिनमें से दो को निकाल लिया गया है। शेष मजदूरों को निकालने के लिये बचाव दल युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं। ये मजदूर मेट्रो परियोजना पर काम कर रहे थे।
सुश्री बनर्जी ने हादसे की जानकारी मिलते ही कोलकाता लौटने का निर्णय लिया लेकिन बागडोगरा हवाई अड्डे से कोई उड़ान उपलब्ध नहीं होने के कारण उनकी वापसी के लिए वैकल्पिक इंतजाम किये जा रहे हैं। वह कल सुबह कोलकाता पहुंचेंगी। उन्होंने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं।
सभी घायलों को एसएसकेएम और सीएमआरआई अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पुल लोक निर्माण विभाग की निगरानी में है। इससे पहले राज्य सचिवालय नाबन्ना ने पांच लोगों के मरने और नौ लोगों के घायल होने की जानकारी दी थी।
राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी भी राहत एवं बचाव कार्य का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंच गये हैं। उन्होंने भी उच्च स्तरीय जांच और पुलों की बेहतर देखरेख की बात कही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। यह पुल लोकनिर्माण विभाग की निगरानी में था और आरोप लगाये जा रहे हैं कि इसकी लंबे समय से देखरेख नहीं की गयी थी।
पुलिस आयुक्त राजीव कुमार, पुलिस महानिदेशक सुरजीत पुरकायस्थ और बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम समेत कई मंत्री राहत अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
दुर्घटना के समय पुल से एक मिनी बस समेत कई वाहन गुजर रहे थे, जो पुल का हिस्सा टूटते ही उसके नीचे नहर में गिर गये। सेना, पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर पहंच गयीऔर राहत एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया ।