नई दिल्ली। देश की राजनीति में ‘मौसम वैज्ञानिक’ के रुप में पहचाने जाने वाले केंद्रीय खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने छह प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया।
चौहत्तर वर्षीय पासवान का गुरूवार देर शाम निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार थे और हाल में ही उनका दिल का आपरेशन भी हुआ था। देश के सियासी माहौल के पारखी पासवान अपने राजनीतिक जीवन में छह प्रधानमंत्रियों के मंत्रिमंडल में रहे।
प्रथम बार वह 1989 में विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार में मंत्री बने। दूसरी मर्तबा 1996 में एचडी देवगौड़ा और फिर उसके बाद इंद्र कुमार गुजराल सरकार में रेल मंत्री की जिम्मेदारी निभाई।
वर्ष 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में पासवान संचार मंत्री थे। वर्ष 2004 में वह राजग से अलग हुए और मनमोहन सिंह की अगुवाई में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सप्रंग) सरकार में रसायन मंत्री रूप में कार्य किया।
वर्ष 2014 फिर राजग में शामिल हुए और नरेंद्र मोदी की सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री बनाए गए। वर्ष 2019 में हुए आम चुनाव में पासवान ने चुनाव नहीं लड़ा और बिहार से राज्यसभा पहुंचे और फिर मोदी की सरकार में खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री बने।
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