नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने आज कहा कि दिल्ली सरकार का यह आरोप निराधार और मिथ्या है कि मंत्रालय ने दिल्ली सरकार के अधिकारियों को राजधानी में कोरोना की जांच के नमूनों की संख्या बढाने से रोकने के लिए दबाव बनाया है।
गृह मंत्रालय ने आज टि्वट कर कहा कि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के केन्द्रीय गृह सचिव को लिखे गए 27 अगस्त के पत्र में लगाए गए ये आरोप झूठे और निराधार है कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर कोरोना की जांच के नमूनों की संख्या बढाने से रोकने के लिए दबाव बनाया गया है।
नोट में केवल यह प्रस्ताव किया गया था कि राजधानी में कोरोना की जांच के नमूनों की संख्या बढाने के संबंध में आरटी पीसीआर जांच और रेपिड एंटीजन, भौगोलिक क्षेत्रों और आबादी जैसे मुद्दों पर डा वीके पॉल की अध्यक्षता वाली विशेषज्ञ समिति के विचारों को तकनीकी मार्गदर्शन के लिए ध्यान में रखा जाए।
गृह मंत्रालय ने कहा है कि इस तरह के आरोप कि मंत्रालय दिल्ली सरकार पर राजधानी में कोरोना नमूनों की जांच न बढाने के लिए दबाव डाल रहा है पूरी तरह निराधार है।
कोरोना जांच कम कराने का केंद्र सरकार बना रही दवाब
आम आदमी पार्टी प्रवक्ता राघव चड्ढा ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय गृह मंत्रालय दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर राजधानी में कोरोना वायरस ‘काेविड-19’ टेस्ट नहीं बढ़ाने का दबाव बना रहा है।
चड्ढा ने गुरुवार को कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपात बैठक कर अधिकारियों को 20 हजार से बढ़ाकर प्रतिदिन 40 हजार जांच करने के आदेश दिए हैं, लेकिन केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर जांच न बढ़ाने का मनोवैज्ञानिक दबाव बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येद्र जैन ने केंद्र सरकार के गृह सचिव को पत्र लिख कर मांग की है कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार 20 हजार से बढ़ाकर प्रतिदिन 40 हजार टेस्ट बढ़ने दिया जाए।
आप प्रवक्ता ने सवाल किया कि केंद्र सरकार दिल्ली में कोरोना वायरस जांच में बढ़ोतरी क्यों नहीं होने देना चाहती है, लोकतांत्रिक ढंग से चुनी हुई बहुमत की दिल्ली सरकार के जनहित के काम में क्यों हस्तक्षेप किया जा रहा है, क्या यह लोकतंत्र और संविधान के विपरीत नहीं है।
चड्ढा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा दिल्ली सरकार के अफसरों पर दबाव बनाया जा रहा है कि राजधानी में कोरोना पीड़ितों की जांच को किसी भी कीमत पर मत बढ़ने दीजिए। जांच न बढ़ाने के आदेश केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से दिल्ली सरकार के आला अधिकारियों को दिए जा रहे हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन द्वारा केंद्र सरकार को लिखे गए पत्र का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने अपने पत्र में केंद्र सरकार से इस बात की शिकायत की है कि केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के आला अधिकारियों पर मानसिक दबाव डाला जा रहा है कि वे किसी भी कीमत पर दिल्ली में कोरोना संदिग्धों की जांच को न बढ़ने दें। यह बिल्कुल ही समझ के परे है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर स्थिति नियंत्रण में आई है, कोरोना वायरस को जनता के सहयोग से दिल्ली सरकार ने नियंत्रित किया लेकिन बीते कुछ दिनों में दोबारा से दिल्ली में प्रतिदिन कोरोना के मरीजों की संख्या में उछाल देखा गया। जहां 700 से 800 मरीज प्रतिदिन बढ़ रहे थे, वहीं बीते कुछ दिनों में यह संख्या बढ़कर 1300 से 1400 तक भी पहुंची।
पिछले कई महीनों की मेहनत के बाद कोरोना पर काबू पाया गया, कहीं उस सारी मेहनत पर पानी न फिर जाए, इसीलिए केजरीवाल ने अधिक से अधिक जांच करने के आदेश दिए। वह केन्द्र सरकार से आग्रह करते हैं कि दिल्ली में काेरोना वायरस की जांच बढ़ाने दिया जाए।