लॉस एंजेलिस। आस्ट्रिया के फिल्मकार माइकल हनेके ने हैशटैग मी टू अभियान को विच हंट (महिलाओं द्वारा फंसाया जाना) बताते हुए इसकी आलोचना की है।
हॉलीवुड निर्माता हार्वे विंस्टीन जैसी हस्तियों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद पिछले साल अभिनेत्रियों, मॉडल और अन्य प्रभावशाली महिलाओं द्वारा हैशटैग मी टू अभियान की शुरुआत हुई। इस अभियान के तहत कई बड़ी अभिनेत्रियों ने अपने साथ हुए यौन दुर्व्यवहार के बारे में खुलकर बोला।
फ्रेंच अभिनेत्री कैथरीन डेनेवी और जर्मन अभिनेत्री इनग्रिड कैवन सहित की हस्तियों ने इस अभियान की आलोचना करते हुए फ्रांसीसी दैनिक ले मोंडो के संपादकीय पर हस्ताक्षर किए।
हनेके ने एक आस्ट्रियाई समाचारपत्र में कहा कि पुरुषों के प्रति नफरत करने वालों के द्वारा पेश यह नया नैतिकतावाद हैशटैग मी टू अभियान में बहुत ज्यादा नजर आ रहा है, जिससे मैं चिंतित हूं।
निर्देशक ने कहा कि बतौर कलाकार, चूंकि किसी भी प्रकार के कामुकतावाद के खिलाफ हमें इस विवाद का सामना करना पड़ रहा है, हमने डरना शुरू कर दिया है।
उन्होंने इस प्रक्रिया में लोगों का जीवन बर्बाद करने के लिए मीडिया को दोषी ठहराया और इस अभियान को महिलाओं द्वारा झूठे आरोप में फंसाए जाने वाला बताकर इसकी निंदा की।