जयपुर। राजस्थान में ग्रीष्मकालीन अवकाश में भी पात्र बच्चों को मिड-डे मील सामग्री उनके घरों तक पहुंचायी जाएगी।राज्य के शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा के आग्रह को स्वीकार करते हुए केन्द्र सरकार के स्तर पर यह निर्णय लिया गया है।
केन्द्रीय मानव संशाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा राज्य के शिक्षा मंत्रियों के साथ ऑनलाईन शिक्षा के संबंध में मांगे गए सुझावों पर की गयी विडियो कॉन्फ्रेस में आज यह जानकारी दी गई। इसमें निशंक ने कहा कि जल्द इस संबंध में आदेश जारी किए जाएंगे। डोटासरा के सुझाव पर निशंक ने कोरोना की लड़ाई में निडरता के साथ ड्यूटी पर लगे लाखों शिक्षकों का आभार भी जताया। उन्होंने राजस्थान के शिक्षा मंत्री द्वारा ऑनलाईन शिक्षा के लिए किए प्रयासों, शिक्षकों के हित में लिए गए निर्णयों की भी विशेष रूप से तारीफ की।
इस अवसर पर डोटासरा ने राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हुए केन्द्र सरकार के स्तर पर निःशुल्क शिक्षा के साथ सरकारी विद्यालय के विद्यार्थियों को निःशुल्क यूनिफॉर्म, जूते आदि भी उपलब्ध कराने की भी मांग रखी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं विलम्ब से हो रही है। इसे ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार नीट, जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं को आयोजित करवाने की तिथि आगे बढाए। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से इस बात का विशेष आग्रह किया कि राजस्थान के विद्यार्थियों का किसी स्तर पर अहित नहीं हो, इसे ध्यान में रखते हुए छात्र हित में केन्द्र सरकार के स्तर पर निर्णय किये जाएं। इस पर निशंक ने इस संबंध में निर्णय करते हुए ध्यान रखने का आश्वासन दिया है।
डोटासरा ने निशंक से निःशुल्क शिक्षा प्रावधान के तहत प्रदेश के विद्यार्थियों के हित में दूरदर्शन एवं आकाशवाणी जैसे प्रसार माध्यमों द्वारा शैक्षिक प्रसारण के लिए निःशुल्क स्लॉट आवंटन की उनकी मांग पर भी त्वरित कार्यवाही करवाने का आग्रह किया। उन्होंने व्यक्तिगत इस सबंध में केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री को लिखे पत्र का हवाला देते हुए कहा कि देशभर में निःशुल्क शिक्षा का कानून लागू है। इस आधार पर प्रसार भारती द्वारा व्यावसायिक रूख को त्यागते हुए विद्यार्थियों के हित में शिक्षा विभाग, राजस्थान को त्वरित निःशुल्क समय आवंटित करे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश में सर्वाधिक कोरोना टेस्ट किए जाने के साथ ही कोरोना से बचाव के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।