अजमेर। कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में दूध एवं आलू प्याज की सप्लाई का कार्य ई-रिक्शा के माध्यम से किया जाएगा। ई रिक्शा पर एनाउन्समेन्ट सिस्टम लगाकर सभी को महत्वपूर्ण जानकारी भी दी जाएगी तथा दूध, आलू व प्याज की सप्लाई भी होगी।
मंगलवार को कलक्टर विश्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी तथा इन क्षेत्र में कोई व्यक्ति अनावश्यक रूप से घरों से बाहर नहीं आ सकेगे।
उन्होंने बताया कि माइग्रेट श्रमिकों के लिए क्वारेंटाइन सेन्टर चिन्हिकरण किए जा रहे हैं। इसके लिए पटेल मैदान, विश्राम स्थली कायड एवं चन्दवरदायी नगर में भी अधिक संख्या वाले क्वारेंटाइन सेन्टर बनाने के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण तैयारी रखें। इन स्थानों को आपात स्थिति में उपयोग में लिया जा सकता है।
कलक्टर ने रसद विभाग को भी क्षेत्र में चल वाहनों को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। ऎसे वाहन रसद सामग्री लेकर निर्धारित रूट पर आवश्यक रूप से जाए ताकि डोर टू डोर वितरण का कार्य हो सकें। इसके लिए उन्होंने वाहनों पर जीपीएस सिस्टम लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि रसद की सूखी सामग्री प्राप्त करने वाले को भोजन के पैकिट उपलब्ध नहीं कराए जाएंगे। इसके लिए बीएलओ के माध्यम से किए जा रहे नए सर्वे की सूची के आधार पर वितरण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सांसद एवं विधायक मद से भी मास्क एवं सेनेटाइजर का वितरण कराया गया है, उसकी सूची उपलब्ध कराएं। उन्होंने सभी से अपील की कि वे लॉकडाउन को प्रभावी बनावे तथा सोशल डिस्टेन्सींग की व्यवस्था बनाए रखें। जिले की समस्त सीमाओं को सील कर दिया गया है। ऎसे में माइग्रेट करने वाले श्रमिकों के लिए क्वारेंटाइन सेन्टर बनाए गए हैं।
बैठक में सेना, सीआरपीएफ तथा एनडीआरएफ के अधिकारियों को भी किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति में पूर्ण रूप से तैयार रहने के लिए कहा गया। इस मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक कुं. राष्ट्रदीप, अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त गौरव अग्रवाल, नगर निगम आयुक्त चिन्मयी गोपाल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजेन्द्र सिंह राठौड, अतिरिक्त कलक्टर कैलाश चन्द्र शर्मा, हीरालाल मीणा, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के विशेषाधिकारी अरविन्द कुमार सेंगवा, पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग के महानिरीक्षक भगवत सिंह राठौड सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में उपलब्ध रहेंगी औषधियां
कोरोना वायरस के कारण अजमेर शहर के विभिन्न कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में मरीजों की समस्याओं के समाधान के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
सहायक औषधी नियंत्रक ईश्वर सिंह ने बताया कि कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए शहर के क्लॉक टावर, कोतवाली, गंज एवं दरगाह क्षेत्रों में कर्फ्यू तथा समस्त जिले में लॉकडाउन है। इस दौरान मरीजों की समस्या के समाधान के लिए कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। कार्यालय में कार्यरत औषधी नियंत्रण अधिकारियों को क्षेत्र का आवंटन किया गया है।
मरीजों एवं उनके परिजनों को दवाईयां उपलब्ध करवाने के लिए वाट्सएप नंबर पर कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र के खुले हुए मेडिकल स्टोर का वाट्सएप नंबर दिया जाएगा। दुकानदार द्वारा औषधियां संबंधित व्यक्ति के घर तक पुलिस के सहयोग सें पहुंचायी जाएगी। दुकानदार द्वारा अधिकतम खुदरा मुल्य ही वसूल किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि औषधी नियंत्रण अधिकारी मोनिका जाग्रत (8005972785) को अलवर गेट, सिविल लाइन, किश्चयनगंज, किशनगढ़, रूपनगढ एवं अरांई, ओमप्रकाश बगडिया (9529399972) को आदर्श नगर, दरगाह, गंज, ब्यावर, टाटगढ़ एवं पुष्कर, रविन्द्र सिंह (9929407853) को कोतवाली, रामगंज, केकड़ी, सावर, सरवाड़ एवं विजयनगर तथा ताराचंद (9001020204) को क्लॉक टावर, नसीराबाद, मसूदा, भिनाय, टांटोटी एवं पीसांगन क्षेत्र आवंटित किया गया है।
प्रवासी श्रमिक आश्रय स्थल के भवन चिन्हित
कोरोना महामारी के दौरान क्वारेन्टाइन कैंप के लिए राजस्व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र घूघरा तथा कारागार प्रशिक्षण केन्द्र घूघरा को चिन्हित किया गया है। प्रवासी श्रमिक आश्रय केन्द्र के लिए यह भवन तत्काल प्रभाव से उपखण्ड अधिकारी अजमेर को सुपूर्द किए जाएंगे। उपखण्ड अधिकारी इन भवनों में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर प्रवासी श्रमिक आश्रय केन्द्र का संचालन करेंगे। यह जानकारी क्वारेन्टाइन कैंप के नोडल अधिकारी एवं अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त गौरव अग्रवाल ने दी।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार कोटड़ा छात्रावास एवं अपना घर आश्रम को भी चिन्हित किया गया है। यह भवन नगर निगम आयुक्त को सुपूर्द किए जाएंगे। सुपूर्दगी के पश्चात निगम अपने स्तर पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर प्रवासी श्रमिक आश्रय केन्द्र का संचालन करेंगे।