जयपुर। भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज नहीं होने पर राजस्थान की राजधानी जयपुर में थाने के बाहर धरना दे रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद डा किरोड़ी लाल मीणा ने बुधवार को राज्य की कांग्रेस सरकार पर लगभग 66 हजार करोड़ रुपए के खान घोटाले के आरोप लगाये और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इसकी जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की।
मीणा ने धरनास्थल पर मीडिया से बातचीत में यह आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के इस कार्यकाल में खान विभाग में भी अनियमितताएं हैं। प्रदेश की खानों को मिलजुलकर लूटा जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि खान विभाग में करीब 66 हजार करोड रुपए का घोटाला हुआ है, जिसमें 27 हजार करोड का खनिज स्टॉक, 20 हजार करोड़ का बजरी, 10 हजार 800 करोड का अरावली हिल, 2500 करोड़ का हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, 2400 करोड़ का जिंदल कोल, दो हजार करोड़ का ईआरसीसी घोटाला, एक हजार करोड़ का सीमेंट ब्लॉक, एक हजार करोड़ का स्टांप, 200 करोड़ का सावर घोटाला प्रमुख है।
मीणा ने कहा कि अरावली की पहाड़ियों में मार्च 2022 से खनन पर पूर्णतया रोक है, इसके बावजूद भी भारी संख्या में वहां खनन चल रहा है। अलवर जिले के रामगढ़ तहसील में 50 से ज्यादा जगहों पर अवैध खनन किया जा रहा है। जिसमें करीब 200 करोड रुपए की पेनल्टी सरकार ने माफ की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में खनन करने पर मौके पर ही पेनल्टी में 48 प्रतिशत की छूट दी जाती है। उन्होंने सरकार के एक मंत्री की कृपा से सपोटरा में गीता मित्तल की खान 15 साल से बंद थी, उसे अवैध तरीके से चालू कराने का आरोप भी लगाया।
उल्लेखनीय है कि डा मीणा ने हाल में राज्य के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री महेश जोशी एवं एक आईएएस अधिकारी पर केन्द्र की जल जीवन मिशन योजना के तहत कराए जा रहे कार्यों को लेकर बीस हजार करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप लगाये और मंगलवार को इस मामले में अशोक नगर थाने में एफआईआर दर्ज करानी चाही। एफआईआर दर्ज नहीं होने पर डा मीणा परिवादी के साथ थाने के बाहर धरने पर बैठ गए जो बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा।