जयपुर। राजस्थान के खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा है कि कनकांचल और आदिबद्री क्षेत्र में खनन कार्य पूरी तरह से बंद करा दिया गया हैै।
विभाग द्वारा पहले से संचालित 45 वैध खानोें एवं बाद में बहाल एक खान सहित सभी 46 खानों में खनन कार्य पूरी तरह से बंद करा दिया गया है। खान विभाग, पुलिस प्रशासन, परिवहन विभाग सहित सभी संबंधित विभागों द्वारा क्षेत्र में नियमित गश्त की जा रही है।
भाया ने बताया कि सेटेलाइट इमेज 13 फरवरी 2020 को दर्शाते हुए अवैध खनन बताया जा रहा है जबकि इमेज मेे दर्शाए खनन का अधिकांश भाग कनकांचल पर्वत मे तहसील पहाडी के ग्राम मुंगस्का, समसलका तथा तहसील कामां के ग्राम बोलखेडा में पूर्व में स्वीकृत रहे खनन पट्टा 138.86 हैक्टेयर पट्टाधारी श्री परशुराम के क्षेत्र में है।
उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के आदिबद्री पर्वत क्षेत्र की तहसील सीकरी के ग्राम कोलरी, ककराला, बुआपुरगढी, नांगल एवं कनकांचल पर्वत क्षेत्र की तहसील पहाडी के ग्राम मुंगस्का, समसलका क्षेत्रों में खनिज मैसेनरी स्टोन के कुल 51 खनन पट्टा स्वीकृत किए गए जिनमें से 6 खनन पट्टा पहले ही खण्डित किए जा चुके है।
वर्तमान में 45 खनन पट्टा प्रभावी है, जो वर्ष 1971 के पश्चात स्वीकृत है। इन खनन पट्टों से गत वर्ष में खनिज निर्गमन लगभग 17 लाख मीट्रिक टन किया जाकर आठ करोड रुपए का राजस्व अर्जित किया गया है।