जयपुर । राजस्थान के जनजाति मंत्री नंदलाल मीणा के दुष्कर्म पीड़िता की पहचान सार्वजनिक करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस प्रवक्ता अर्चना शर्मा ने एक बयान में दुष्कर्म पीड़िता की पहचान सार्वजनिक करने पर मंत्री के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा पर भी मामले में ढिलाई बरतने का आरोप लगाया है।
महिला आयोग की अध्यक्ष का कहना है कि इस मामले में प्रतापगढ़ के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को तलब किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच के बाद ही किसी को दोषी ठहराया जा सकता है। शर्मा ने कहा कि किसी जनप्रतिनिधि को इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए जिससे की महिला का अपमान हो। उन्होंने कहा कि इस मामले में वह राजनीति नहीं करना चाहती क्योंकि कांग्रेस के जनप्रतिनिधि भी आये दिन ऐसी बयानबाजी करते रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रतापगढ़ जिले के सालमगढ़ में कल आदिवासियों की बैठक में दुष्कर्म पीड़िता को बुलाया गया तथा पुलिस अधीक्षक को दुष्कर्मियों को गिरफ्तार नहीं करने पर लताड़ लगाई। सर्वसमाज ने दुष्कर्म की घटना को गलत बताते हुए कल कलेक्टर को ज्ञापन देकर निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है। सर्वसमाज ने इस मामले में जातिगत आधार पर दबाव बनाने के मंत्री के व्यवहार की भी निंदा की।