महाराष्ट्र सरकार में लंबी खींचतान के बाद आखिरकार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया है। मंत्रालयों के बंटवारे में सबसे अधिक एनसीपी और कांग्रेस की मौज रही है। इन दोनों पार्टियों के पास सबसे अहम मंत्रालय होने पर शिवसेना के कई दिग्गज नेता बंटवारे से खुश नहीं हैं, दर्जन भर विधायकों ने असंतुष्टि जाहिर की है। आपको बता दें कि गृह, वित्त, रेवेन्यू, हाउसिंग, पब्लिक वर्क और वाटर रिसोर्स जैसे महत्वपूर्ण विभाग एनसीपी और कांग्रेस के पास हैं।
शिवसेना के इन नेताओं का कहना है कि उन्हें कम ओहदे वाले विभाग मिले हैं, जबकि अच्छे विभाग एनसीपी और कांग्रेस के पास चले गए हैं। उद्धव सरकार में एनसीपी के नेता अनिल देशमुख को गृह मंत्रालय और अजित पवार को वित्त मंत्रालय दिया गया है। इसके अलावा शिवसेना के नेता और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को पर्यटन और पर्यावरण मंत्रालय दिया गया है। देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री रहे तानाजी सावंत इस बार भी मंत्री के रेस में थे। पर, नाम नहीं आने पर उनकी नाराजगी साफ दिखी है।
शिवसेना के विधायक इसलिए हैं नाराज
मंत्रालयों के बंटवारे के बाद शिवसेना विधायक खुश नहीं हैं। शिवसेना के कई विधायकों ने कम ओहदे के कारण आपत्ति जताई है। दरअसल, शिवसेना के कुल 14 मंत्री बनाए गए हैं। इनमें से 3 के पास स्वतंत्र प्रभार है, वहीं आदित्य ठाकरे को पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद महा अघाड़ी के तीनों दलों के बीच लंबी बातचीत के बाद सरकार के विभाग बांटे गए हैं। संजय राउत के भाई को भी जगह नहीं शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत भी नाराज बताए जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि उनके विधायक भाई सुनील राउत भी मंत्री पद की रेस में थे। दूसरी ओर पूर्व सरकार में मंत्री रहे शिवसेना नेता दिवाकर रावते, रामदास कदम, रवींद्र वायकर, दीपक केसरकर को भी इस बार मौका नहीं मिला है। इस वजह से इनकी नाराजगी भी देखी जा रही है। इसके अलावा प्रताप सरनाईक, प्रकाश अबिटकर और आशीष जायसवाल भी नाराज बताए जा रहे हैं।
इन नेताओं को मिली इस मंत्रालय की जिम्मेदारी
एनसीपी के नेता अनिल देशमुख को गृह मंत्रालय और अजित पवार को वित्त मंत्रालय दिया गया है। इसके अलावा शिवसेना के नेता और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को पर्यटन और पर्यावरण मंत्रालय दिया गया है। नए मंत्री बनाए गए पूर्व सीएम अशोक चव्हाण को उद्धव ठाकरे सरकार में शहरी विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी है। इसके साथ ही कांग्रेस के नेता बालासाहेब थोराट को राजस्व मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। खास बात यह की गृह मंत्रालय समेत तमाम बड़े मंत्रालय एनसीपी को दिए गए हैं।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार