मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का पुनवासी ग्यारह साल बाद पाकिस्तान की जेल से सजा काट कर मंगलवार को अपने घर लौटा।
पुनवासी को अमृतसर से मिर्जापुर लाया गया। इतने वर्षों तक पाकिस्तान के जेल में रह कर उसकी मानसिक अवस्था बिगड़ चुकी है। उसे अपने घर का पता तक याद नहीं रहा था। हालांकि पुनवासी की पाकिस्तान के जेल में 2018 में ही सजा पूरी हो गई थी। पर उसकी मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण विदेश मंत्रालय और खुफिया विभाग को उसके घर का पता लगाने में दो साल लग गए।
मिर्जापुर के भरुहना गांव का पुनवासी 2009 में पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गया था। पाकिस्तान सरकार ने उसे 2018 में सजा पूरी करने पर विदेश मंत्रालय को सूचित किया था। पाकिस्तान ने घर का पता चल जाने के बाद 17 नवम्बर 20 अटारी पर उसे भारत सरकार को सौंपा था। तब से वह अमृतसर में अस्पताल में था।
मिर्जापुर जिला प्रशासन ने कागजी कोरम पूरा कर उसकी बहन किरण और एक प्रतिनिधि को अमृतसर लेने भेजा था। रेल मार्ग से पुनवासी मंगलवार को सुबह लगभग दस बजे मिर्जापुर नगर पहुंचा। स्थानीय सामाजिक संगठनों ने उसका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान वह गुमसुम बैठा ही रहा। जब उसे लोग माला पहनाने लगे तब उसके चेहरे पर स्वाभाविक मुस्कान दिखाई दी। अचानक वह काफी खुश हो गया। हालांकि वह कुछ बोल नहीं रहा था।
अपने भाई को साथ लेकर यहां पहुंची उसकी बहन किरण ने कहा कि माता-पिता का देहांत हो चुका है। अब घर भी नहीं रहा। लिहाजा हमारे घर पर ही रहेगा। किरण ने प्रधानमंत्री गृह योजना के तहत घर दिलाने की मांग रखी।