इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर मिस्बाह उल हक ने पाकिस्तान के मुख्य चयनकर्ता पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया लेकिन वह टीम के मुख्य कोच बने रहेंगे।
मिस्बाह पिछले साल सितंबर से मुख्य चयनकर्ता और टीम के मुख्य कोच के पद पर बने हुए थे। मुख्य चयनकर्ता पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वह मुख्य कोच के रुप में अपना ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं इसलिए चयनकर्ता पद से हट रहे हैं।
मिस्बाह ने कहा कि मेरा जुनून मैदान मैदान के अंदर है और इसी कारण मैं यह फैसला ले रहा हूं। मैं खिलाड़ियों के साथ काम करना चाहता हूं। मैंने दोहरी भूमिका का आनंद उठाया है लेकिन अपने 12 महीने के कार्यकाल के बाद मैंने अगले 24 महीने के कार्यकाल में काम का बोझ देखते हुए यह फैसला लिया कि मुझे एक भूमिका पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कोचिंग मेरा जुनून है और मेरा उद्देश्य खिलाड़ी विकसित करना और पाकिस्तान टीम को सफलता दिलाना है। जब पिछले साल मुझे इस पद पर नियुक्त किया गया तो सबसे पहले मुझे कोचिंग का प्रस्ताव आया था इसके बाद मुझे मुख्य चयनकर्ता पद का प्रस्ताव दिया गया जिसे मैंने स्वीकार्य किया। मैं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) का मुझे समझने और मेरा समर्थन करने के लिए शुक्रगुजार हूं।
मिस्बाह ने कहा कि मैंने अपनी दोहरी भूमिका पर कुछ समय से विचार किया। मेरी नेशनल हाई परफॉरमेंस स्टाफ और क्रिकेट कोच संघ के साथ पिछले दो सप्ताह में बैठक हुई जिसमें मुझे फैसला लेने में मदद मिली। मुझे लगता कि हमारे पास एक मजबूत प्रणाली है।
मिस्बाह के मुख्य चयनकर्ता और मुख्य कोच रहते पाकिस्तान ने सिर्फ दो सीरीज खेली है जहां उसे मिलीजुली सफलता मिली थी। पाकिस्तान ने इस साल जनवरी में बंगलादेश के साथ सीरीज खेली थी जहां उसे तीन टी-20 मैचों की सीरीज में 2-0 से हार का सामना करना पड़ा था जबकि पहले टेस्ट मैच के बाद कोरोना के कारण यह सीरीज बीच में ही रोकनी पड़ी थी। पहले टेस्ट में हालांकि पाकिस्तान को जीत मिली थी।
पाकिस्तान ने इंग्लैंड दौरा किया जहां बारिश से बाधित टेस्ट सीरीज में उसे 1-0 से हार का सामना करना पड़ा जबकि टी-20 सीरीज 1-1 से ड्रॉ रही थी।