मिताली राज भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सबसे महान खिलाड़ियों में से एक है और पुरुष टीम में सचिन तेंदुलकर की भांति इनके नाम महिला क्रिकेट में कई बड़े-बड़े कारनामे है। साथ ही ये लंबे समय से भारतीय महिला टीम की वनडे प्रारूप में कप्तानी भी करती आ रही है। इन्हें अब तक अर्जुन तथा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। कुल मिलाकर मिताली राज भारतीय महिला क्रिकेट में एक चैंपियन है जिनका नाम आज विश्व भर में फैला हुआ है। इनका जन्म तो राजस्थान के जोधपुर जिले में 1982 में हुआ था लेकिन लालन पालन हैदराबाद में हुआ था। तो आज हम आपको बताने वाले है इनके बारे में वो बातें जो हर युवा महिला की आदर्श मॉडल बनाती हैं।
मिताली राज की ये 10 बातें जो उन्हें हर युवा महिला के लिए रोल मॉडल बनाती हैं
1) मिताली राज जिन्हें पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। रक बार इंग्लैंड की महिला टीम के खिलाफ मैच में बल्लेबाजी करने से पहले, उन्होंने जीवन पर जरूरी मुद्दों के बारे में जलालुद्दीन रुमी द्वारा लिखी पुस्तक पढ़ी थी।
2) क्रिकेट जगत में कई रिकॉर्ड बनाने वाली मिताली राज को साल 2013 में खेल के सबसे बड़े पुरस्कारों में से एक अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इनके अलावा साल 2015 में इन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
3) इसी बीच इन्होंने अपनी कप्तानी में साल 2006 में भारत ने इंग्लैंड को उन्हीं की सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में शिकस्त दी थी। साथ ही उसी साल इन्हीं की कप्तानी में भारतीय टीम ने महिला एशिया कप भी जीता था।
4) पिछले कई सालों से भारतीय महिला क्रिकेट टीम का कमान संभालने वाली मिताली के पिता दोराई राज भारतीय वायु सेना में एक अधिकारी रह चुके है।
5) इसके अलावा आपको बता दें कि क्रिकेट में भाग लेने से पहले, मिताली राज एक शास्त्रीय नर्तक भी थी। उन्होंने भरतनाट्यम सीखा और उस क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहती थी लेकिन फिर क्रिकेट में बल्ला थाम दिया और आज इनके नाम कई बड़े कारनामे है।
6) मिताली राज जिन्होंने अब तक टीम इंडिया के लिए 194 वनडे मैच खेले है उसमें इनके 6373 रन है। ये भारतीय क्रिकेट जगत में 5000 हजार रन बनाने वाली पहली महिला क्रिकेटर है। इनके नाम अब तक 4 शतक भी है।
7) अपने डेब्यू के दौरान मिताली राज सिर्फ 16 साल और 250 दिनों की थी। ये वनडे क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक बनाने वाली क्रिकेटर है। इन्होंने वर्ष 1999 में अपने पहले ही वनडे मैच में आयरलैंड के खिलाफ नाबाद 114 रनों की पारी खेली थी।
8) वहीं यह भी बता दें कि साल 2005 में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किये गए विश्व कप में मिताली की कप्तानी में भारतीय महिला टीम ने फाइनल में जगह बनाई थी। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए फाइनल मुकाबले में हार झेलनी पड़ी थी।
9) साल 2002 में इन्होंने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था लेकिन वनडे में तो शतक बनाया लेकिन इसमें खाता भी नहीं खोल पायी और आउट हो गयी थी।
10) मिताली राज जिन्होंने महज 10 साल की उम्र में ही क्रिकेट खेलना आरम्भ कर दिया था। 194 वनडे के अलावा इन्होंने 10 टेस्ट मैच खेले है जिसमें 633 रन है।
तो मिताली राज आज महिला क्रिकेट जगत में सचिन तेंदुलकर की तरह बहुत लोकप्रिय है। ये अभी 35 सालों की है और लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही है। इन्होंने भारतीय टीम को कई बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंचाया है और लगातार अच्छा प्रदर्शन करती आ रही है। इस तरह आज हमने इनके बारे में कई बातें जानी जो उन्हें हर युवा महिला की रोल मॉडल बनाती हैं।
By : Raju Jangid