वेलिंगटन । न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंगटन के वेस्टपैक मैदान में खेले गए ट्वंटी-20 सीरीज के पहले मुकाबले में अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज को टीम में शामिल नहीं करने से एक बार फिर विवाद पैदा हो गया है।
मिताली की कप्तानी में भारत ने इससे पहले न्यूजीलैंड से वनडे सीरीज 2-1 से जीती थी लेकिन पहले ट्वंटी-20 मैच में उन्हें एकादश में जगह नहीं दी गई। हालांकि वह भारतीय टीम में शामिल थीं। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज का पहला मैच हारने के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि टीम में ज्यादा से ज्यादा युवा खिलाड़ियों को मौके देने के लिए मिताली को एकादश में शामिल नहीं किया गया। उन्होंने कहा,“हमारे पास विदेशों में खेलने के लिए केवल तीन मैच है, इसके बाद हम अधिकतर मुकाबले भारत में ही खेलेंगे इसलिए मुझे लगता है कि हमें युवा खिलाड़ियों को मौके देने चाहिए।”
मिताली के विश्व कप में किए गए धीमी गति के प्रदर्शन के कारण उन्हें टीम से बाहर रखा गया। मिताली ने विश्व कप के दो मैचों में 107 रन बनाए थे लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 104 था। मिताली के इस प्रदर्शन के बाद तब के कोच रमेश पोवार ने बीसीसीआई को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा था कि मिताली अपनी धीमी बल्लेबाजी के कारण टीम के बाकी खिलाड़ियों के लिए मुश्किलें पैदा कर रही हैं जबकि मिताली ने पोवार के आरोपों का अपने लिए अपमानजनक बताया था।
न्यूजीलैंड दौरे के लिए जाने से पहले मिताली प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि उनके और कप्तान हरमनप्रीत के बीच अब मतभेद सुलझ गए हैं। लेकिन पहले मैच में मिताली को टीम में जगह नहीं मिलने से इस मुद्दे को एक बार फिर हवा जरुर मिल गई है। गौरतलब है कि बुधवार को खेले गए पहले ट्वंटी-20 मैच में न्यूजीलैंड ने भारतीय महिला टीम को 23 रन से हराकर 1-0 से सीरीज में बढ़त बना ली है।