नई दिल्ली। क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारुप ट्वंटी-20 में अपने प्रदर्शन और चयन को लेकर हाल में कई विवाद देखने वाली भारतीय महिला टीम की अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज ने मंगलवार को ट्वंटी-20 क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी।
वर्ष 2006 में भारतीय महिला ट्वंटी-20 टीम की पहली कप्तान रहीं मिताली ने कुल 89 अंतर्राष्ट्रीय ट्वंटी-20 मैच खेले और 2364 रन बनाए। मिताली इस प्रारुप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। उन्होंने ट्वंटी-20 के 32 मैचों में कप्तानी की जिनमें 2012, 2014 और 2016 विश्वकप शामिल हैं।
मिताली ने गुवाहाटी में इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी ट्वंटी-20 मैच खेला था जिसमें उन्होंने 30 गेंदों में नाबाद 32 रन बनाए थे। मिताली भारत की पहली महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने ट्वंटी-20 में 2000 रन बनाए हैं। वह इस प्रारुप में दुनिया की छठी सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
संन्यास लेने के बाद मिताली ने कहा कि वर्ष 2006 से भारतीय ट्वंटी-20 टीम का हिस्सा रहने के बाद अब मैं इस प्रारुप से संन्यास लेना चाहती हूं और अपना पूरा ध्यान 2021 एकदिवसीय विश्वकप के लिए केंद्रित करना चाहती हूं। मेरा सपना है कि मैं देश के लिए विश्वकप जीतूं और इसके मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करुंगी।
उन्होंने कहा कि मैं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को लगातार मेरा समर्थन करने के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं और भारतीय ट्वंटी-20 महिला टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए शुभकामनाएं देती हूं।
उल्लेखनीय है कि मिताली का कुछ महीने पहले टीम के पूर्व कोच रमेश पोवार के साथ विवाद हुआ था जिसके बाद बीसीसीआई ने पोवार को उनके पद से हटा दिया था। हालांकि मिताली पिछले कुछ समय से ट्वंटी-20 टीम में जगह बनाने में नाकाम रही थीं।