जयपुर। राजस्थान में कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों के भारत बंद का आज काफी असर रहा। बंद के दौरान सुबह दस बजे से अपराह्न तीन बजे तक रोडवेज बसों के साथ कई निजी बसों एवं शहरों में सिटी बसों के बंद रहने से परिवहन व्यवस्था गड़बड़ाई और लोगों को इस दौरान परेशानी का सामना करना पड़ा।
इसके अलावा प्रदेश की 247 कृषि उपज मंडियां बंद रही। इसी तरह फल एवं सब्जी मंडिया भी प्रभावित हुई। इस दौरान ट्रकों का संचालन नहीं होने से सबसे ज्यादा ट्रांसपोर्ट परिवहन प्रभावित हुआ।
राजधानी जयपुर में बंद के दौरान परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कई बाजारों में ट्रैक्टर चलाकर बंद का समर्थन करने की अपील की और इस दौरान कई दुकानों को बंद कराया गया। उधर, चांदपोल बाजार में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दुकानें बंद कराने का दबाव डालने पर उनकी दुकानदारों से कहासुनी हुई।
वहीं भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के कार्यकर्ताओं के भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचने पर भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ उनकी झड़प भी हुई। बाद में हालात बिगड़ते देख पुलिस ने एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को मौके से खदेड़ा।
इस झड़प पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने कहा कि यह कैसा बंद एवं प्रदर्शन है। किस बात का दंभ एवं बौखलाहट है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रीजी भाजपा प्रदेश कार्यालय पर पुलिस की मौजूदगी में कांग्रेस के गुंडों द्वारा पथराव किया गया, कहा गया आपका लोकतंत्र और सुशासन। इतना घमंड ठीक नहीं है।
बंद के दौरान भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किसानों से भ्रामक प्रचार से बचने का आग्रह किया वहीं कांग्रेस तथा अन्य कई दलों के नेताओं ने बंद का समर्थन करते हुए नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की बात कही।
बंद के दौरान कोटा में व्यापारियों ने एशिया की बड़ी भामाशाह मंडी में काम बंद रखा। पेट्रोल पंप भी सुबह दस से दोपहर बारह बजे बंद रहे। शहर के प्रमुख बाजार बंद रहे। हालांकि बंद का जोधपुर में मिला जुला असर देखने को मिला। हालांकि मंडियां बंद रहीं।
अजमेर भी अधिकांश दुकानें बंद रही और कुछ खुली रही। दरगाह बाजार इलके में बंद का व्यापक असर नजर आया। गली मोहल्लों में दुकाने सामान्य दिनों की तरह खुलीं। इस दौरान कृषि मंडी भी बंद रही। इसके अलावा राज्य के अन्य जिलों में भी बंद का असर देखने को मिला। बंद के दौरान मामूली घटनाओं को छोड़कर प्रदेश में कहीं से अप्रिय समाचार नहीं मिले हैं। बंद के दौरान प्रशासन एवं पुलिस ने कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल सहित पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
बीजेपी प्रदेश कार्यालय के बाहर NSUI एवं युवा मोर्चा के कार्यकर्ता भिड़े