नई दिल्ली। कांग्रेस ने ‘मी टू’ अभियान के कारण यौन शोषण के आरोप से घिरे विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर के इस्तीफे का स्वागत किया है लेकिन कहा है कि इस तरह के मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी हैरान करने वाली होती है।
कांग्रेस प्रवक्ता रागनी नायक ने बुधवार को यहां पत्रकारों से कहा है कि ‘मी टू’ अभियान में 36 महिलाओं ने अकबर के खिलाफ दुर्व्यहार और यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया है और करीब एक पखवाड़े तक चले हंगामें के बाद अंतत: विदेश राज्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया लेकिन इस मामले में मोदी ने अब तक चुप्पी नहीं तोड़ी है और उनका मौन हैरान करने वाला है।
उन्होंने कहा कि मोदी रेडिया पर प्रसारित अपने कार्यक्रम ‘मन की बात’ में ‘बेटी बचाओ’ काे लेकर अक्सर अपनी बात कहना नहीं भूलते हैं लेकिन इस तरह की प्रताड़नाओं पर उन्होंने एक शब्द नहीं बोला है। मोदी की इस चुप्पी से वे करोड़ों महिलाएं क्षुब्ध हैं जिन्होंने 2014 के चुनाव में मोदी पर भरोसा किया था। देश में महिलाओं के साथ अपराध हो रहे हैं लेकिन इस तरह के मुद्दों पर मोदी चुप हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि हमारे यहां विधि का शासन है और किसी पर कोई आरोप लगता है तो उसे हर हाल में न्यायिक तौर पर खुद को सही साबित करना पड़ेगा। ‘मी टू’ को लेकर जो महिलाएं यह लड़ाई लड़ रही हैं उनकी बात सुनी जानी चाहिए और उन्हें न्याय मिलना चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि यह महिलाओं के हित के लिए महिलाओं द्वारा किया जा रहा आंदोलन है।
उन्होंने कहा कि ‘मी टू’ अभियान में शामिल एक साहसी महिला के खिलाफ 97 वकीलों की टोली खड़ा करना साबित करता है कि इस मामले में अपने अहंकार और सत्ता का प्रदर्शन किया जा रहा है और इससे देश की आधी अाबादी को निराशा हुई है। कांग्रेस उन लोगों के साथ है जिनके साथ अन्याय हुआ है और जिन्होंने सत्ता का दुरुपयोग किया है उनको इसके लिए जिम्मेदार मानती है।
अखिल भारतीय जनवादी महिला संघ की अध्यक्ष मालिनी भट्टाचार्य ने भी इसका स्वागत करते हुए उन सभी महिलाओं को सलामी दी है जो अकबर के इस मर्दवादी व्यवहार और ताकत के खिलाफ खड़ी हुई। उन्होंने कार्य स्थलों पर महिलाओं के शोषण को रोकने के लिए कानूनी संरक्षण और सारे मामलों की जांच कराने की मांग की है।