चेन्नई। द्रविड़ मुनेत्र कषगम के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन अपने पिता एम करुणानिधि के निधन से काफी दुखी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने पिता के निधन के बाद भावनात्मक संदेश लिखा है जिसमें उन्होंने उन्हें आखिरी बार पिता कह कर संबोधित करने की इच्छा जताई है।
स्टालिन ने ट्विटर पर लिखे अपने मार्मिक संदेश में कहा कि आप जब कभी कहीं जाते थे, आप मुझे बताते थे कि मैं इस जगह जा रहा हूं। लेकिन आज मुझे बिना बताए ही चले गए।
उन्होंने ट्विटर पर अपने अगले संदेश में लिखा कि मैंने अपने जीवन के अधिकांश वर्षों में आपको थलैवर (नेता) कह कर संबोधित किया है, कम से कम एक बार क्या आपको पिता कह कर संबोधित कर पाऊंगा?
दिवंगत करुणानिधि द्वारा कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान शुरू में कहे गए प्रसिद्ध वाक्य ‘मेरे द्रमुक के भाई मेरे जीवन से बढ़कर हैं’ को याद करते हुए उन्होंने लिखा कि मैं करोड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं के दिल की ओर आपसे अनुरोध करता हूं…कम से कम एक बार उस वाक्य को कह दीजिए।
कृपया कम से कम एक बार हमें अपने प्रसिद्ध वाक्य ‘मेरे द्रमुक के भाई मेरे जीवन से बढ़कर हैं’ कह कर संबोधित कर दीजिए जो हमें सौ वर्षों तक काम करने और आपके आदर्शों पर चलने तथा आपके सपनों को पूरा करने में मदद करेगा।