जयपुर। राजस्थान में नेशनल पीपुल्स पार्टी का रविवार को भारतीय जनता पार्टी में विलय होने के साथ राजपा नेता एवं विधायक डॉ किरोड़ी लाल मीणा की करीब एक दशक बाद भाजपा में वापसी हो गई।
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की मौजूदगी में प्रदेश भाजपा मुख्यालय में राजपा का भाजपा में विलय हुआ। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने डॉ. मीणा को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। डॉ मीणा के साथ उनकी पत्नी एवं राजपा विधायक गोलमा देवी तथा विधायक गीता वर्मा ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर राजपा के कई कार्यकर्ताओं ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
इस मौके राजे ने डॉ मीणा को एक सक्षम नेता और मजबूत कार्यकर्ता बताते हुए कहा कि इनकी घर वापसी से पार्टी को और मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि इनके भाजपा में शामिल होने से पार्टी के हर कार्यकर्ता और पदाधिकारी में खुशी का भाव एवं एक नया उत्साह है। उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों में सब एकजुट होकर काम करेंगे और प्रदेश तथा देश में फिर भाजपा की सरकार बनाएंगे।
राजे ने डॉ. मीणा को भाजपा परिवार का हिस्सा बताते हुए कहा कि गलतफहमियों से कुछ समय के लिए वह हमसे दूर हो गए थे, लेकिन समान विचारधारा के चलते वह ज्यादा दिन दूर नहीं रह सके।
परनामी ने कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता पार्टी के विचारों को आत्मसात करके चलता है, इसलिए वह कभी भी विचाराधारा से अलग नहीं हो पाता। हमारे बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद कभी नहीं होते। इसी का परिणाम है कि आज भाजपा परिवार में डॉ. मीणा की वापसी हुई है।
भाजपा में वापसी के बाद डॉ. मीणा ने कहा कि वह दस साल भाजपा से दूर रहे, लेकिन कभी भी भाजपा की विचारधारा से नहीं भटके और घर वापसी से उनका सपना पूरा हुआ है। वह समर्पित होकर एक आम कार्यकर्ता की तरह पार्टी की मजबूती के लिए काम करेंगे। उन्होंने राजे का आभार जताते हुए कहा कि पार्टी से बाहर रहकर उनसे जो गलतियां हुई है, वह उसकी भरपाई करने की हरसम्भव कोशिश करेंगे।
उन्होंने कहा कि उनकी कोई शर्त नहीं, अंतिम सांस तक वह भाजपा के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी में जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उसे वह समर्पित कार्यकर्ता की तरह निभाएंगे।
इस अवसर पर गोलमा देवी ने भाजपा का आभार जताते हुए कार्यकताओं का आह्वान किया कि वे सब भाजपा की मजबूती के लिए जी-जान से जुट जाएं। विधायक गीता वर्मा ने भी अपनी घर वापसी पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि उन्हें इतनी खुशी है कि इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
इस अवसर पर राज्य मंत्रिमण्डल के कई सदस्य, भाजपा पार्टी पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि डॉ मीणा ने वर्ष 2008 में भाजपा छोड़ दी थी। अब तक पांच बार विधानसभा चुनाव जीत चुके दौसा जिले के लालसोट से विधायक डॉ मीणा ने तीन बार भाजपा , एक बार निर्दलीय तथा राजपा उम्मीदवार के रुप में विधानसभा चुनाव जीता। वह वर्ष 1989 में नौवीं एवं 2009 में पन्द्रहवीं लोकसभा के लिए सांसद भी चुने गए।
डॉ मीणा पिछली वसुंधरा सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री भी रह चुके हैं। इसके बाद 2008 में गहलोत सरकार में वह सीधे शामिल नहीं हुए लेकिन उनकी पत्नी गोलमा देवी मंत्री बन गईं।
डॉ मीणा के नेतृत्व में राजपा ने गत विधानसभा चुनाव में 134 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसके चार उम्मीदवार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे।
राजपा के भाजपा में विलय से मीणा, राजगढ़-लक्ष्मणगढ से राजपा विधायक गोलमा एवं सिकराय से विधायक गीता भाजपा में शामिल हो गए जबकि आमेर से राजपा विधायक नवीन पिलानियां इस मौके मौजूद नहीं थे।