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भोपाल । मध्यप्रदेश में नवगठित पंद्रहवीं विधानसभा का पहला सत्र आज यहां शुरू हुआ, जिसमें मुख्य रूप से विधायकों को शपथ दिलायी गयी।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता शिवराज सिंह चौहान ने आपत्ति जताते हुए कहा कि प्रोटेम स्पीकर के मामले में मान्य परंपरा का निर्वाह नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्य को प्रोटेम स्पीकर बनाने की परंपरा रही है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया।
अध्यक्ष की आसंदी पर विराजमान प्रोटेम स्पीकर दीपक सक्सेना ने चौहान से कहा कि विधायकों की शपथ हो जाने दीजिए। संसदीय कार्य मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि प्रोटेम स्पीकर को विधिवत शपथ भी दिला दी गयी है। इसके बाद सदन में नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने का कार्य प्रारंभ हुआ। सबसे पहले शपथ शिवराज सिंह चौहान ने ली। उनके समेत सभी भाजपा विधायक विपक्ष के लिए तय स्थान पर बैठे थे। वहीं पंद्रह साल बाद सत्ता में आयी कांग्रेस के विधायक सत्तारूढ़ दल के लिए निर्धारित स्थान पर बैठे। मुख्यमंत्री कमलनाथ भी पूरे समय सदन में मौजूद रहे।
चाैहान के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक एवं संसदीय कार्य मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने शपथ ली। इसके उपरांत मंत्रियों और सत्तारूढ़ कांग्रेस के अलावा भाजपा, बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों ने भी शपथ ग्रहण की। सभी सदस्य शपथ ग्रहण करने के बाद प्रोटेम स्पीकर का अभिवादन करते हुए अपने स्थान पर वापस लौट गए।
विधानसभा में आज लगभग पंद्रह वर्षों पर नजारा बदला हुआ नजर आया। इन पंद्रह वर्षों से राज्य में भाजपा सत्ता में होने के नाते उसके विधायक सत्तारूढ़ दल के लिए निर्धारित स्थान पर बैठते आ रहे थे, लेकिन अब विपक्ष में होने के नाते उनके सदस्यों को विपक्ष के लिए निर्धारित सीट पर बैठना पड़ा।
विधायकों का शपथ कार्यक्रम भोजनावकाश के बाद भी चला। सदन में कुल 230 विधायक हैं। इस पांच दिवसीय सत्र के दौरान कल विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन होगा। कांग्रेस की ओर से एन पी प्रजापति और भाजपा की ओर से विजय शाह उम्मीदवार हैं। अध्यक्ष के निर्वाचन के कारण कांग्रेस विधायक दल की एक महत्वपूर्ण बैठक आज शाम को यहां मुख्यमंत्री आवास पर बुलायी गयी है। सदन में कांग्रेस के 114 और भाजपा के 109 विधायक हैं। बसपा के दो, सपा के एक और चार निर्दलीय विधायकों का समर्थन होने का दावा कांग्रेस ने किया है। पार्टी के रणनीतिकार सभी विधायकों को एकजुट रखे हुए हैं।
कल अध्यक्ष के निर्वाचन के बाद राज्यपाल डॉ आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण भी होगा। राज्यपाल के अभिभाषण पर 10 और 11 जनवरी को चर्चा होगी। नौ, 10 और 11 जनवरी को अन्य शासकीय कार्य भी किए जाएंगे। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक आज शाम यहां प्रदेश पार्टी कार्यालय में होगी, जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह और डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे भी मौजूद रहेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक में पार्टी विधायक दल के नेता (विपक्ष के नेता) का चयन किया जाएगा।