जयपुर। राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कांग्रेस महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी अजय माकन पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि गद्दारी करने वालों को पुरस्कृत किया जाए, यह यहां के विधायक कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
धारीवाल ने राज्य में नए मुख्यमंत्री पर चले घटनाक्रम पर आज यहां मीडिया से यह बात कही। उन्होंने कहा कि मेरा पार्टी महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी पर आरोप है कि वह जिसने उपमुख्यमंत्री एवं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए सरकार के खिलाफ षडयंत्र किया आज उन्हें मुख्यमंत्री बनाने आ गए। वह पक्षपातपूर्ण तरीके से यहां विधायकों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सूचना आ रही थी कि वह इन दिनों विधायकों को पायलट के पक्ष में जुटने के लिए कह रहे थे, हमारे पास इस बात के सबूत है। उन्होंने स्वयं के बारे में कहा कि वह कांग्रेस के सिपाही है और 50 साल में उन पर अनुशासनहीनता का आरोप नहीं लगा।
इससे पहले धारीवाल ने रविवार के घटनाक्रम को लेकर कहा कि कांग्रेस विधायकों को यह आशंका थी कि उनकी बिना बात सुने कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने वाले लोगों को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि रविवार को होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में केवल एक लाइन का प्रस्ताव पास होने एवं उनकी बात नहीं सुनी जाने की आशंका के चलते विधायक उनके निवास पर उनसे मिलने आए और बात सुनते सुनते रात की आठ बज गई।
उन्होंने कहा कि बैठक में जाने के लिए किसी ने मना नहीं किया लेकिन उनकी बात तो सुननी चाहिए। जब बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पास होना है तो इसका मतलब हैं कि किसी की बात नहीं सुनना चाहते। उन्होंने कहा कि एक लाइन का प्रस्ताव किस लिए मांगा जा रहा है। हमारी बात सुनी जानी चाहिए।
धारीवाल ने कहा कि जिस प्रकार घटनाक्रम हुआ, निष्ठावान कांग्रेस के 102 विधायकों ने एक महीने तक अलग रहकर कांग्रेस को बचाने का काम किया और राज्य की कांग्रेस सरकार बचाई। इन विधायकों को आशंका थी कि कहीं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर उन लोगों को न बैठा दिया जाए, जिन्होंने कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपा।
उन्होंने कहा कि रविवार रात को 92 विधायकों ने इस्तीफा दिया हैं और सभी ने अलग अलग अपने इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष डा सी पी जोशी के घर जाकर उन्हें सौंपे हैं। उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि एक ही पेपर या एक की तरह का टाइप किया हुआ पेपर पर इस्तीफा दिया है।
कांग्रेस पर्यवेक्षक एवं प्रदेश प्रभारी अजय माकन के धारीवाल के घर बैठक करने को अनुशासनहीनता मानने पर धारीवाल ने कहा कि अगर इसे अनुशासनहीनता मानते हैं तो मानते है। लेकिन कल रात जब वह उनसे मिले तो उन्होंने उनसे एक बार भी नहीं कहा कि आपने अनुशासन तोड़ा है।
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