अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह प्रबंधन कमेटी ने दरगाह परिसर में मोबाइल से वीडियो बनाने पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए हैं।
इन आदेशों के बाद अब कोई भी जायरीन, अकीदतमंद, पर्यटक अथवा स्थानीय नागरिक एवं खादिम दरगाह परिसर में मोबाइल पर वीडियो नहीं बना सकेंगे। वीडियो बनाने पर प्रतिबंध लगाने का कारण का आधार दरगाह की सुरक्षा व्यवस्था को बनाया गया है।
दरगाह नाजिम शकील अहमद की ओर से जारी आदेशों में मोबाइल पर दरगाह आसताना शरीफ सहित दरगाह परिसर पर वीडियो नहीं बनाने की बात कही गई है। खास बात यह है कि यह प्रतिबंध ऐसे समय लगाया गया है जब अजमेर में मोहर्रम के मौके पर मिनी उर्स चल रहा है और सवा लाख से ज्यादा जायरीन अजमेर में मौजूद है।
दरगाह कमेटी की बैठक छह सितंबर को कमेटी के गरीब नवाज गेस्ट हाउस में सदर अमीन पठान की सदारत में होनी प्रस्तावित है। गौरतलब है कि हाल ही में दरगाह में एक शूटिंग को लेकर विवाद भी हुआ था जिसमें अभिनेत्री ने दरगाह कमेटी के ऐतराज के बाद झूठ बोलकर बमुश्किल स्थिति को संभाला था।