अजमेर। रेल दुर्घटना की स्थिति मे विभिन्न विभागों की सतर्कता और बचाव कार्य के दौरान उचित समन्वय परखने के लिए अजमेर मण्डल के मदार स्टेशन पर रेलवे तथा एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को रेल दुर्घटना की मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया गया।
मदार स्टेशन पर मण्डल रेल प्रबंधक नवीन कुमार परसुरामका की उपस्थिति में बचाव कार्य का अभ्यास किया गया। एनडीआरएफ अजमेर की टीम ने योगेश कुमार मीना (सहायक कमांडेंट) राजस्थान प्रभारी के प्रवेक्षण एवं निरिक्षक विनय कुमार भाटी की उपस्थिति में एनडीआरएफ के रेस्क्यूर टीम के साथ रेल दुर्घटना होने पर किए जाने वाले बचाव कार्यो हेतु मॉक अभ्यास का सफल प्रदर्शन किया गया। मॉक ड्रिल मे रेलवे व एनडीआरएफ के अलावा एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस और फायर बिग्रेड की टीम ने भाग लिया।
इस दौरान रेलवे एनडीआरएफ और अन्य टीमों ने अपने साथ लाए गए रेल दुर्घटना/ बचाव संबंधित उपकरणों, कटिंग एवं भिन्न-भिन्न प्रकार के इकूपमेंट् से रेल को काटकर लोगों को बचाने का प्रदर्शन किया, जो काफी उच्च स्तर का एव प्रभावशाली रहा। मौके पर उपस्थित सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने रेलवे तथा एनडीआएफ सहित सभी की टीमों के प्रदर्शन की प्रशंसा की।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक अरुणांशु सरकार, अपर मण्डल रेल प्रबंधक संदीप चौहान, वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी विजेंद्र कुमार सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
यूं हुई मॉक ड्रिल
घटनाक्रम के अनुसार गाड़ी संख्या 09723 जयपुर -बांद्रा स्पेशल अजमेर स्टेशन पर 10:20 बजे पहुंचकर 10:30 बजे प्रस्थान करती है लेकिन आज अजमेर स्टेशन पहुंचने से पूर्व मदार स्टेशन पर इस गाड़ी के दो स्लीपर श्रेणी के दो डिब्बे पटरी से उतरते हुए एक दूसरे पर चढ़ गए। हूटर बजते ही और इस दुर्घटना की सूचना मिलते ही तुरंत संबधित विभागों के रेलवे अधिकारी व कर्मचारी और रेल सुरक्षा बाल, एनडीआरफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस, फायर बिग्रेड और मेडिकल टीम घटनास्थल पर पहुंचे। इस हादसे के दौरान कई लोग डिब्बों के बीच फंस गए, जिन्हें डिब्बों को कटर से काटकर बाहर निकाला गया। इस दुर्घटना मे 8 सामान्य, व 24 गंभीर रूप से घायल हुए तथा 1 रेल यात्री की मौत हुई। गंभीर रूप से घायलों को तुरंत अस्पताल भिजवाया गया। हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए।
इस दौरान नियमित चलने वाली रेल गाडिय़ों में किसी तरह का कोई व्यवधान नहीं हुआ। मण्डल रेल प्रबंधक नवीन कुमार परसुरामका ने इस दौरान विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को बचाव कार्य में और किस प्रकार से और अधिक तत्परता से कार्य किया जाए इस संबंध मे उचित दिशा निर्देश भी दिए साथ ही उन्होंने कहा की सभी विभागों तथा अन्य संगठनों ने सफलता पूर्वक अपनी अपनी भूमिका एवं कर्तव्य का सफलतापूर्वक निर्वाह किया।
इस संयुक्त अभ्यास का मुख्य उदेश्य प्रभावित यात्रियों को यथाशीघ्र सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराना, किसी दुर्घटना के वक्त सभी विभागों में समन्वय की जांच करना। यदि उनमें कोई कमी है तो उसकी पहचान कर उसे ठीक करना। तथा सुनिश्चित समय में तत्परता से कार्य किए गए या नहीं, यह देखना था।