अमरेली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सवाल किया कि अब तक किसी भी बड़े कांग्रेस नेता ने दुनिया की सबसे ऊची प्रतिमा के तौर पर पिछले साल ही देश को समर्पित सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का दौरा क्यों नहीं किया।
मोदी ने ही गुजरात के नर्मदा जिले में बनी 182 मीटर ऊंची इस प्रतिमा का पिछले साल 31 अक्टूबर को लाेकार्पण किया था। उन्होंने आज गुजरात के अमरेली में एक चुनावी सभा में कहा कि अब तक 12 लाख से अधिक लोग इस प्रतिमा को देखने जा चुके हैं।
हर माह 10 से 12 हजार लोग वहां जा रहे हैं पर क्या आपने अब तक किसी कांग्रेसी नेता की स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के साथ तस्वीर देखी है। हालांकि वे दावा करते हैं कि सरदार पटेल उनकी पार्टी कांग्रेस के नेता हैं।
कांग्रेस पर अक्सर सरदार पटेल की उपेक्षा का आरोप लगाने वाले श्री मोदी ने अमरेली लोकसभा सीट पर पार्टी के प्रत्याशी तथा गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता और स्थानीय विधायक परेश धानाणी की इस प्रतिमा के बारे मे की गई एक पूर्व टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए उन पर भी परोक्ष प्रहार किया। धानाणी को गत 20 फरवरी को इस मूर्ति को कबाड़ से बनी बताने और इसके लिए माफी नहीं मांगने पर विधानसभा से एक दिन के लिए निलंबित किया गया था।
मोदी ने कहा कि अगर ऐसे नेताओ का सुबह कोई चेहरा देख ले तो उसका दिन बिगड़ जायेगा। ये लोग सरदार साहेब की प्रतिमा के समक्ष जाकर सिर झुकाएं तो उनका संस्कार भी सुधरेगा।
मोदी ने कहा इस प्रतिमा ने दुनिया भर में गुजरात, भारत का नाम ऊंचा किया है। उन्होंने इसे पंडित नेहरू को नीचा दिखाने के लिए नहीं बनाया।
उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल की यह प्रतिमा मेरे लिए श्रद्धा का विषय है। पंडित नेहरू को नीचा दिखाने के लिए मैने इसे नहीं बनवाया। पटेल इतने ऊंचे थे कि उनके सामने दूसरे को नीचा दिखाने के लिए यह करने की जरूरत नहीं।
अंग्रेज देश के टुकड़े कर जाना चाहते थे पर सरदार पटेल ने इसे एक तार में पिरो दिया ओर पूरे देश को जोड़ दिया और हम देश के कोने कोने में भारत माता की जय बोलने लगे। आने वाले पीढ़ियोें को ऐसे व्यक्तित्व को सदियों तक याद रखना चाहिए इसलिए उनकी यह प्रतिमा बनाई गई। आज उनके मृत्यु के इतने साल बाद भी उनकी प्रतिमा के पास इतनी बड़ी संख्या में लोग जा रहे हैं।
पटेल ने कहा कि पंडित नेहरू ने अन्य राजे रजवाड़ो को देश में मिलाने का काम सरदार पटेल को सौंपा पर कश्मीर का मामला अपने पास रखा पर यह मामला 70 साल बाद भी हल नहीं हुआ। उन्होने आरोप लगाया कि कांग्रेस की नीति विवादों को बनाए रखकर उससे फायदा उठाने की रही है।
उन्होंने दोहराया कि उनकी सरकार ने पांच साल मे देश में आतंकी घटनाओं पर लगाम लगा दिया है और इसके केवल कश्मीर के ढाई जिलों तक सीमित कर दिया है। सर्जिकल और एयर स्ट्राइक के बाद आज पाकिस्तान के रोने की आवाज दुनिया भर से सुनायी पड़ रही है।
उन्होंने गुजरात के लोगों से एक बार फिर भाजपा को सभी 26 सीटों पर जिताने की अपील की और कहा कि पिछली बार मात्र 40 सीटों तक सिमट जाने वाली कांग्रेस अब तक के अपने इतिहास में सबसे कम सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
इसके घोषणा पत्र में कश्मीर से सेना हटाने की बात कही गयी है। ऐसा हुआ तो अमरनाथ और वैष्णोदेवी की यात्रा करना भी सुरक्षित नहीं होगा। यह सेना के लिए बने विशेष कानून को हटा कर इसे भी असुरक्षित करना चाहती है।