नयी दिल्ली । कांग्रेस ने केंद्र सरकार की महिला सशक्तीकरण संबंधी नीतियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी तथा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की महिला विरोधी छवि पर पर्दा डालने का प्रयास बताते हुए कहा है कि महिला सुरक्षा तथा उन्हें सक्ष्म बनाने के लिए पिछले चार साल के दौरान कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता तथा महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि 2012 में जब निर्भया कांड हुआ था तो भारतीय जनता पार्टी महिला सुरक्षा तथा महिला सशक्तीकरण के लिए आरक्षण विधेयक लाने की बात करती थी। उसने यह वादा अपने घोषणा पत्र में भी किया था लेकिन चार साल के दौरान इन वादों को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।
महिला सुरक्षा को लेकर हंगामा करने वाली भाजपा की सरकार में बलात्कार और सामूहिक बलात्कार की घटनाएं तेजी से बढ रही हैं, बच्चियों के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं और उनकी निर्मम हत्या की जा रही हैं। महिला सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश के संभल, कठुआ, उन्नाव, मंदसौर और नलिया की घटनाओं ने मोदी सरकार की महिला सुरक्षा की नीतियों की पोल खोली है और इन घटनाओं पर श्री मोदी की चुप्पी महिलाओं के प्रति उनकी सोच का खुलासा करती है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार 2014 में मंहगाई को मुद्दा बनाकर सत्ता में आई थी लेकिन सत्ता में आने के बाद वह सब कुछ भूल गयी। पेट्रोल और डीजल के दाम को लेकर हंगामा करने वाली भाजपा सरकार में तेल के दाम आसमान छू रहे हैं लेकिन उसे नियंत्रित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे।