दिल्ली। पिछले महीने 18 नवंबर से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस समेत विपक्ष बड़ी उम्मीद लगाए हुए बैठा था कि मोदी सरकार को कई मुद्दों पर घेरेगा। लेकिन मोदी सरकार ने विपक्ष के हर मुद्दे को नाकाम करते हुए अपना महत्वपूर्ण बिल नागरिकता संशोधन दोनों सदनों से पास करवा ही लिया। लगभग 25 दिन चले संसद के शीतकालीन सत्र का आज आखरी दिन है। इस पूरे सत्र में कांग्रेस समेत विपक्ष केवल शोर ही मचाता रहा।
वाह किसी भी मुद्दे पर है मोदी सरकार को घेर नहीं पाया। आज संसद पर हमले की बरसी भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व पीएम और कांग्रेस सांसद मनमोहन सिंह सहित अन्य पार्टियों के नेताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मौजूदा सत्र में सरकार कई अहम बिल पास कराने में सफल रही। सत्र में नागरिकता संशोधन बिल 2019, एसपीजी संशोधन बिल जैसे अहम विधेयक पास हुए।वहीं, नागरिकता संशोधन बिल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मंजूरी भी मिल गई है, जिसके बाद अब यह कानून की शक्ल ले ले लिया।
आखिरी दिन भी संसद में हुआ हंगामा
संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन आज जमकर हंगामा हुआ। इससे कुछ देर के लिए कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी।
कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के ‘रेप इन इंडिया’ वाले बयान पर आज संसद में जोरदार हंगामा हुआ। इसके बाद राहुल गांधी मीडिया के सामने आए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हिंसा कराने के आरोप लगाए। राहुल गांधी ने अपने रेप वाले बयान को दोबारा दोहराया। उन्होंने कहा कि मैं अपने बयान पर माफी नहीं मांगूंगा। देश को मुद्दों से भटकाने के लिए मेरे बयान पर हंगामा किया जा रहा है।
राहुल ने कहा कि पीएम मोदी ने भी एक बार दिल्ली को रेप कैपिटल कहा था।
राहुल गांधी ने कहा मेरे फोन में एक क्लिप है, जिसमें नरेंद्र मोदी राजधानी दिल्ली को ‘रेप कैपिटल’ कह रहे हैं। मैं उस क्लिप को ट्विटर पर डाल दूंगा, पूरा देश देख लेगा।
राहुल ने कहा कि आज पूरा नॉर्थ ईस्ट जल रहा है, मोदी जी सिर्फ हिंसा फैला रहे हैं।
राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने लिया आड़े हाथ
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने झारखंड की रैली में मेक इन इंडिया के साथ रेप इन इंडिया शब्द का इस्तेमाल किया था, इसी पर लोकसभा में बीजेपी की ओर से हंगामा किया गया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मांग की कि राहुल गांधी पर एक्शन लिया जाना चाहिए, उन्हें सदन में माफी भी मांगनी चाहिए। स्मृति ईरानी के अलावा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सदन में बयान दिया और राहुल गांधी से माफी की मांग की। राजनाथ सिंह ने कहा कि ऐसे व्यक्ति को सदन में रहने का कोई अधिकार नहीं है, अगर बीजेपी के किसी नेता ने इस प्रकार की बात की है तो हमने उनसे सदन में माफी मंगवाई है। ऐसे में राहुल गांधी को भी सदन और देश से माफी मांगनी चाहिए।
आपको बता दें कि आज ही लोकसभा के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन था। एक ओर जहां विपक्ष मोदी सरकार को नागरिकता संशोधन कानून पर घेरने की तैयारी कर रहा था, तो भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा में राहुल गांधी के बयान पर विपक्ष को ही घेर लिया।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार