पटना। बिहार में मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल नीत महागठबंधन ने पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में सीमा पर चीन के सैनिकों के साथ हुई झड़प में भारतीय सेना के तीन जवानों के शहीद होने को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार इस घटना को गंभीरता से ले।
राजद नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंगलवार को यहां कहा कि गलवान घाटी में सीमा पर चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि जवानों की मुस्तैदी के कारण ही हमलोग अपने घरों में चैन की नींद सो पाते हैं इसलिए मोदी सरकार को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधान परिषद सदस्य प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि सीमा पर चीन के सैनिकों के साथ हिंसक झड़प होना और भारत के तीन जवानों का शहीद होना मोदी सरकार की कूटनीतिक विफलता है। उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार की कूटनीति की विफलता का ही परिणाम है कि अब चीन और नेपाल जैसे देश के सैनिकों के साथ भी हिंसक झड़प हो रही है।
मिश्रा ने कहा कि देश में इतनी बड़ी घटना हो गई लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप्पी साधे बैठे हैं। जनता में काफी आक्रोश है इसलिए मोदी चुप्पी तोड़ें और इस मामले पर स्थिति स्पष्ट करें। उन्होंने कहा कि जनता की मोदी सरकार से अपेक्षा है कि यदि हिम्मत है तो अब सरकार चीन के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करके दिखाए।
वहीं, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ट्वीट किया, “गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के हमले में सेना के कर्नल सहित तीन वीरों के शहीद होने की खबर दुखदायी है। इनकी शहादत को भावपूर्ण सैल्यूट कर परिजनों के प्रति आत्मिक संवेदना व्यक्त करता हूं। नरेंद्र मोदी सरकार घटना का संज्ञान ले और हल निकालकर देश की जनता के बीच स्थिति स्पष्ट करे।
गौरतलब है कि सेना ने आज एक वक्तव्य जारी कर कहा कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के जवानों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के एक अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए। झड़प में चीनी सेना के जवान भी हताहत हुए हैं लेकिन इसकी संख्या नहीं बतायी गयी है। झडप के दौरान फायरिंग नहीं हुई और स्थिति को सामान्य बनाने के लिए दोनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बातचीत चल रही है।