मुंबई। शिव सेना ने कहा है कि केन्द्र सरकार काम करे, बोलना-डोलना कम करे, दिल्ली के चुनाव में इस तरह का बोलना-डोलना चल नहीं पाया, दिल्ली विधानसभा चुनाव से यह संदेश मिला है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी दिशा बदलनी चाहिए।
शिव सेना के मुखपत्र सामना के आज के संपादकीय में लिखा गया है कि उच्चतम न्यायालय ने कल कहा है कि देश हित में सरकार द्वारा लिये गये निर्णय मेहरबानी नहीं हैं और किसी बात पर असहमति जताना देशद्रोह नहीं होता।
संपादकीय में आगे लिखा है कि प्रधानमंत्री ने वाराणसी में अपने भाषण में कहा है कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 और नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को हटाने के लिए उन पर दबाव डाला जा रहा है लेकिन सरकार किसी भी दबाव के समक्ष झुकेगी नहीं। इस पर टिप्पणी करते हुए लिखा गया है कि इसके लिए कौन दबाव डाल रहा है, इसे स्पष्ट किया जाए।
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने का निर्णय देश हित में है, इसलिए इस पर बहुत हो हल्ला मचाने की आवश्यकता नहीं है। संसद में एक-दो लोगों को छोड़ कर सभी विपक्षी पार्टियों ने भी अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए समर्थन दिया था।