चित्रकूट। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश का सर्वाधिक अहंकारी नेता करार देते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार को जनता की दुख तकलीफ से कोई सरोकार नहीं है और उनके नेता सत्ता की मोहमाया से घिरे हुए हैं।
पार्टी प्रत्याशी बाल कुमार सिंह पटेल के पक्ष में ग्राम खोह में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुये वाड्रा ने कहा कि मोदी सरकार ने किसान, गरीब, सरकारी कर्मचारी, शिक्षामित्र और अनुदेशक के हितों की कतई परवाह नहीं है जबकि सरकार का काम है कि वह जनता का बोझ उठाए। उनकी समस्यायों का निराकरण करें।
उन्होने कहा कि पिछले पांच सालों में तरह-तरह से लोगों को प्रताड़ित किया गया। अन्ना पशुओं के लिए सरकार ने वादा किया कि गौशालाएं बनाएंगे, लेकिन कुछ हुआ नहीं। दिन भर तपती धूप में किसान खेतों की चौकीदारी करने पर विवश है। किसान की आमदनी दोगुनी करने का सरकार ने वादा किया जबकि आमदनी आधी हो गई। देश भर में 12 हजार किसानों ने आत्महत्यायें की और फसल बीमा के पैसे से उद्योगपतियों की जेबें भरी गईं।
वाड्रा ने कहा कि अन्नदाताओं को सालाना छह हजार रूपए की पेशकश करने वाली किसान सम्मान योजना वास्तव में किसान अपमान योजना है। इनके राज में किसान परेशान, सरकारी कर्मचारी परेशान, शिक्षामित्र, अनुदेशक, आशा बहुए सब त्रस्त हैं। कर्मचारियों ने जब मानदेय मांगा तो उन्हें लाठियां मिलीं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि आज सारे नेता सत्ता की मोहमाया से घिरे हैं उनका जनता के दुःख-दर्द से नाता टूट गया है। जबकि सच्चाई यह है कि जनता ने ही उन्हें सत्ता दी है। मोदी पूरे देश के सबसे घमंडी नेता हैं।
बुंदेलखंड के किसानों का दर्द साझा करते हुए उन्होंने कहा कि बूंद बूंद पानी के लिए संघर्ष कर रहे बुंदेलखंड में प्रधानमंत्री की जनसभा से पहले टैंकरों से सड़कों की धुलाई की गई जो बेहद शर्मनाक है। हेलीकाप्टर से पुलिस लाइन उतरने के बाद कांग्रेस महासचिव कामतानाथ के दर्शन करने धर्मनगरी पहुंची, यहां पूजन और आरती के बाद संतों से आशीर्वाद भी लिया।