चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का भारत का दो दिवसीय दौरा आज खत्म हो गया । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जिनपिंग ने महाबलीपुरम में खुले वातावरण में दो दिनों तक कई मुद्दों पर खुलकर बात की । लेकिन चीनी राष्ट्रपति शी ने कश्मीर के मुद्दे पर मोदी से कोई बात नहीं की।
जिनपिंग के भारत आने से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान चीन गए थे । इमरान ने शी जिनपिंग से मुलाकात कर कश्मीर मुद्दे पर समर्थन मांगा था । इमरान खान चाहते थे कि जिनपिंग भारत दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान की तरफदारी करें, लेकिन आज राष्ट्रपति शी ने कश्मीर मुद्दे पर मोदी से कोई चर्चा नहीं की । इससे पाक को निराशा हुई है ।
इमरान को इस बार भी चीन का साथ नहीं मिल सका । राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत दौरे को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि वो जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर पीएम मोदी से चर्चा कर सकते हैं । हालांकि भारत साफ कर चुका है कि कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाना हमारा आंतरिक मसला है । दोनों नेताओं की इस बैठक में भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत हुई है। मोदी और जिनपिंग के बीच आतंकवाद को लेकर लंबी बातचीत हुई है ।
दोनों के बीच कल से आज 6 घंटों तक अनौपचारिक बैठक हुई। पर्यटन के मुद्दे पर भी दोनों देशों के बीच गंभीर बात हुई है । भारत ने चीन को दवा और आईटी क्षेत्र में निवेश का न्योता दिया है । कैलाश मानसरोवर के यात्रियों को सुविधा देने में चीन राजी हो गया है ।
भारत और चीन के बीच दोस्ती का नया दौर शुरू होगा : पीएम माेदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारत और चीन के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में कहा है कि भारत और चीन दोनों देश विश्व में शांति का उदाहरण हैं । मोदी ने कहा कि चेन्नई विजन से दोनों देशों के बीच सहयोग और दोस्ती का एक नया दौर शुरू होगा । हम अपने मतभेदों को झगड़े की वजह नहीं बनने देंगे ।
प्रतिनिधिमंडल की बैठक में भारत की ओर से पीएम मोदी के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी शामिल थे । पीएम मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक संबंध हैं, दोनों देशों के रिश्ते पहले से मजबूत हुए हैं । दोनों देशों के बीच पनपे मतभेदों को हम झगड़ों में नहीं बदलने देंगे ।
शंभूनाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार