नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया में लॉयन एयरलाइंस यात्री विमान दुर्घटना पर शाेक व्यक्त किया हैं। प्रधानमंत्री ने पीड़ितों के परिजनों के प्रति शाेक व्यक्त करते हुए एक ट्वीट कर कहा,“मेरी संवेदनाएं उन परिवारों और लोगों के साथ हैं जिनके परिजन और मित्र इंडोनेशिया में विमान दुर्घटना में अपनी जान गंवा चुके हैं। दुख की इस घड़ी में ईश्वर उन्हें सहनशक्ति और हिम्मत दे।”
इंडोनेशिया समुद्र तट से 15 किलोमीटर दूर समुद्र में यात्रियों के सामान बरामद किये जा रहे है हालांकि राहत एवं बचापव दलों का कहना है कि उनका ध्यान समुद्र के भीतर खोज करने में हैं। इन दलों में शामिल कर्मचारियों का कहना है कि हादसे में किसी के भी बचने की उम्मीद नहीं है।
बचावकर्ताओं ने दुर्घटनास्थल पर यात्रियों का सामान, हैंडबेैैग्स, कपड़े, मोबाइल, आई कार्ड एवं ड्राइविंग लाइसेंस सहित पानी में तैरती हुई निजी वस्तुओं की फुटेज जारी की है। समुद्र में सोमवार सुबह 11 बजे तक एक भी शव नहीं मिलने पर 30 विशेष तैराकों की मदद से पानी के भीतर खोज अभियान शुरू किया गया।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने घटना की जांच के आदेश दे दिये है और देशवासियों से प्रार्थना करने की अपील की है। दिल्ली के रहने वाले भव्य सुनेजा इस विमान के चालक थे और वह सात साल पहले इंडोनेशियाई विमान वाहक लॉयन एयर में शामिल हुये थे।
जकार्ता में भारतीय दूतावास ने 31 वर्षीय पायलट कप्तान सुनेजा की मौत की पुष्टि की है। दूतावास ने सोमवार को ट्वीट कर कहा,“जकार्ता के तट पर लॉयन एयर विमान दुर्घटना में हुई क्षति पर हमें दुख है। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारतीय पायलट भव्य सुनेजा, जो जेटी 610 विमान चला रहे थे, ने भी अपना जीवन खो दिया… दूतावास आपदा केंद्र के संपर्क में है और हर तरह की सहायता के लिए समन्वय बना रहा है।”
गौरतलब है कि इंडोनेशिया में लॉयन एयरलाइंस का यात्री विमान जेटी610 सोमवार जकार्ता से पंगकल पिनांग जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो कर समुद्र में गिर गया। उड़ान भरने के 13 मिनट बाद विमान का संपर्क नियंत्रण कक्ष से टूट गया। विमान दुर्घटना का कारण अभी तक नहीं पता चला है।