नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा है कि वह नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा पार्टी नेता राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से नोटिस भिजवा कर डराने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी को समझ लेना चाहिए कि कांग्रेस इस तरह के हथकंडों से डरने वाली नहीं है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला तथा वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नेशनल हेराल्ड की आवाज को दबाने का काम आजादी से पहले अंग्रेजों ने किया था और आज फिर उस अंग्रेजी हुकूमत का समर्थन करने वाली विचारधारा ‘आज़ादी के आंदोलन की आवाज़’ दबाने का षडयंत्र कर रही है। इस षडयंत्र के मुखिया स्वयं मोदी हैं और इसके लिए वह ईडी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा जिस विचारधारा से आती है उस मानसिकता ने अंग्रेजों का साथ दिया था और आज भी ‘गुलामी की प्रतीक’ वह मानसिकता ‘आज़ादी की कुर्बानियों’ से प्रतिशोध ले रही है। इस बार उन्होंने एक ‘कायराना तथा डरपोक साजिश’ रची है। नेशनल हेराल्ड मामले में अब मोदी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ईडी से नोटिस जारी करवाया है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत की जड़ उखाड़ने के लिए कांग्रेस ने 1937 में ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र शुरु किया था जिसके प्रणेता महात्मा गांधी, पंडित नेहरु, सरकार पटेल, पुरुषोत्तम दास टंडन, आचार्य नरेंद्र देव, रफ़ी अहमद किदवई जैसे कई बड़े नेता थे। अंग्रेजों को इस अखबार से खतरा था इसलिए उन्होंने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान नेशनल हेराल्ड पर प्रतिबंध लगा दिया और यह प्रतिबंध 1945 तक जारी रहा।
ED का धन शोधन मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी को नोटिस