बेंगलुरू। कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा विधायक एवं येलाहंका विधानसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार एसआर विश्वनाथ ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की सिद्दारामैया नीत कांग्रेस सरकार को ‘टेन पर्सेंट सरकार ’ निरुपित कर उदारता का परिचय दिया है।
विश्वनाथ ने कहा कि मैं कहना चाहूंगा कि यह प्रधानमंत्री की उदारता ही है। वस्तुत: यह ‘टेन पर्सेंट सरकार’ नहीं है बल्कि ‘फोर्टी पर्सेंट सरकार’ है। मेरे पास एेसी रिपोर्टें हैं कि बहुत से कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री की टिप्प्णी से व्यथित हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य में कांग्रेस सरकार के पिछले पांच वर्ष के कार्यकाल में बेंगलुरू के लोगों को वास्तव में कुछ भी नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि नागरिक सुविधाओं की स्थिति यहां शून्य है। हमें कुछ नहीं मिला। वर्ष 2008 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद येलाहंका का विकास हुआ, लेकिन बाद में पुन: कांग्रेस की सरकार आई तो इलाके की स्थिति फिर जस की तस हो गई।
एक प्रश्न के उत्तर में विश्वनाथ ने भगवा पार्टी को दलित विरोधी होने के विपक्षी दलों के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने राम नाथ कोविंद का उदाहरण देते हुए कहा कि एक दलित नेता को देश का राष्ट्रपति बनाया गया है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा अकेली ऐसी पार्टी है जिसने बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर को सम्मान दिया।
उन्होंने विपक्षी दलों पर केवल वोट बैंक की खातिर डॉ अंबेडकर के नाम का उपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केवल जुबानी जमा खर्च करने वाले विपक्षी दलों ने दलितों और वंचित वर्ग के लोगों के हित में कुछ नहीं किया है।
भाजपा नेता ने दावा कि 2008 में वह विधायक निर्वाचित होने के बाद सभी वर्ग के लोगों का जीवन स्तर सुधारने और एससी/एसटी के साथ ही ईसाई समुदाय के लिए बहुत से कल्याणकारी योजनायें शुरू की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने पिछले 60 सालों में लोगों को बांटने और वोट बटोरने का ही काम किया है।
उन्होंने कहा कि येलाहंका निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा को ईसाइयों और मुस्लिमों के कुछ वर्ग का भी समर्थन हासिल है, यहां मेरी जीत आसान नहीं होगी। अपनी प्रतिबद्धता के तहत भाजपा ने गंदी बस्ती में निवासरत लोगों के आवासीय कालाेनी बनाई है और दलितों एवं ईसाइयों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने दावा किया कि इलाके के ज्यादातर ईसाई लोग भाजपा के साथ हैं।