नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने प्रधान सचिव नृपेन्द्र मिश्रा के सेवामुक्त किए जाने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है और पूर्व केबिनेट सचिव पीके सिन्हा को प्रधानमंत्री कार्यालय में विशेष कार्य अधिकारी नियुक्त किया है।
मोदी ने मिश्रा के सेवा मुक्त होने की जानकारी खुद ही दी और कहा कि वह अगले महीने के दूसरे सप्ताह से सेवा मुक्त हो जाएंगे। प्रधानमंत्री ने पूर्व केबिनेट सचिव सिन्हा को पीएमओ में विशेष कार्य अधिकारी नियुक्त किया है। मिश्रा के अगले महीने सेवा मुक्त होने के बाद सिन्हा को प्रधानमंत्री का प्रधान सचिव नियुक्त किए जाने की संभावना है।
मोदी ने टि्वट किया कि नृपेंद्र मिश्रा जी के सेवामुक्त होने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। वे अपनी इच्छा के अनुरूप सितंबर के दूसरे हफ्ते से कार्यमुक्त हो जाएंगे। आगे के लिए उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मिश्रा ने 2019 के चुनाव नतीजे आने के बाद उन्हें प्रधान सचिव पद से सेवा मुक्त करने का अनुरोध किया था। उस समय उन्होंने मिश्रा से आग्रह किया था कि वह वैकल्पिक व्यवस्था होने तक पद पर बने रहें।
मोदी ने लिखा कि 2014 में जब मैंने प्रधानमंत्री के रूप में दायित्व संभाला, तब मेरे लिए दिल्ली भी नई थी और नृपेंद्र मिश्रा जी भी नए थे। लेकिन दिल्ली की शासन-व्यवस्था से वे भली-भांति परिचित थे। उस परिस्थिति में उन्होंने प्रिंसिपल सेक्रेटरी के रूप में अपनी बहुमूल्य सेवाएं दीं।
उन्होंने कहा कि उस समय मिश्रा ने न सिर्फ व्यक्तिगत रूप से उनकी मदद की, बल्कि 5 साल देश को आगे ले जाने में तथा जनता का विश्वास जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मोदी ने कहा कि एक साथी के रूप में 5 साल तक हमेशा उन्होंने साथ दिया।
मिश्रा ने 28 मई 2014 में प्रधान सचिव का कार्यभार संभाला था। वर्ष 1945 में जन्में मिश्रा 1967 बैच के आईए एस अधिकारी रहे हैं। वह 2006 से 2009 तक दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के अध्यक्ष तथा जनवरी 2004 से मार्च 2005 तक दूर संचार सचिव रहे। वह उर्वरक मंत्रालय में सचिव के पद पर भी रहे हैं।
अब श्री नृपेंद्र मिश्रा जी के सेवामुक्त होने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। वे अपनी इच्छा के अनुरूप सितंबर के दूसरे हफ्ते से कार्यमुक्त हो जाएंगे। आगे के लिए उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 30, 2019