मोदरान। जोधपुर मंडल के समदडी भीलडी रेल मार्ग के ब्रोडगेज लाईन परिवर्तन के कई साल बाद भी मोदरान रेलवे स्टेशन के दोनों प्लेटफॉर्म पर कोच गाइडेंस पोल के अभाव में हर दिन सैकड़ों आरक्षित व अनारक्षित यात्रियों को परेशानी का सामना करना पडता है।
ऐसे में रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के कम समय तक ठहराव होने, अधिक यात्री भार पर कोच का पता लगाकर सवार होने की आपाधापी में कई यात्री नीचे गिर पडते हैं। कई बार दुर्घटना भी हो चुकी है। वहीं यात्री निर्धारित कोच की जगह अन्य कोच में चढ़ जाते हैं। कोच गाईडेंस पोल ना होने से महिलाओं, छोटे छोटे बच्चों व बुजुर्ग यात्रियों को अधिक परेशानी उठानी पड़ती है।
समदड़ी-भीलड़ी रेलमार्ग के बड़े रेलवे स्टेशनों में शामिल मोदरान रेलवे स्टेशन पर सभी यात्री ट्रेनों का ठहराव होता है। प्रतिदिन इस स्टेशन से हजारों यात्री बीकानेर-दादर सुपरफास्ट, बाडमेर-बांद्रा टर्मिनल एक्सप्रेस, बाडमेर-यशवंतपुर एसी एक्सप्रेस, जैसलमेर -साबरमती एक्सप्रेस, जोधपुर- साबरमती, जोधपुर-गांधीधाम, पालनपुर एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें संचालित होती है। यहां सुपरफास्ट ट्रेन का तीन मिनट तक का ठहराव होता है। ट्रेन आने पर सवार होने के लिए कोच की जानकारी ना होने से यात्री सामान के साथ इधर इधर दौड़ते हैं। इस पर प्लेटफार्म पर दौडभाग व आपाधापी में कई बार यात्री गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं।
इनका कहना है
कई बार रेल यात्रियों की सुविधा के लिए आलाधिकारियों को पत्र लिखकर कोच गाइडेंस के लिए सुविधा उपलब्ध करने की मांग करने के बावजूद भी रेलवे की स्थिति जस की तस बनी हुई है। कोच ढूंढने में यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जबरसिंह राजपुरोहित (यश बॉस) व्यापारी, भुलेश्वर मुम्बई।
कई राज्यों में रहते हैं क्षेत्र के व्यापारी
मोदरान रेलवे स्टेशन जिले का प्रमुख रेलवे स्टेशन होने से भारी संख्या में मां आशापुरी माताजी तीर्थ स्थल के लिए दर्शनार्थी व प्रवासी गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक राज्य में व्यवसायरत है। समय-समय पर वे अपने मां आशापुरी कुलदेवी के दर्शन करने गांव में आते रहते हैं। इस कारण मोदरान रेलवे स्टेशन पर हर समय यात्री भार रहता है।
क्षेत्र के प्रवासियों ने कई बार लिखित में भी अवगत करवाया साथ ही समदड़ी-भीलड़ी रेलवे संघर्ष समिति एवं श्री आशापुरी माताजी संघर्ष समिति के अध्यक्ष हरिसिंह राठौड ने भी रेलवे के डीआरएम जोधपुर, महाप्रबंधक जयपुर से मिलकर मोदरान रेलवे स्टेशन पर कोच डिस्प्ले पोल लगाने की मांग कई वर्षो से की जा रही है। इस स्टेशन की मौजूदा वार्षिक यात्रीभार आय दो से तीन करोड़ के बीच है। मौजूदा आय व यात्रीभार को देखते हुए इस स्टेशन को एनएसजी-5 में शामिल कर लिया जाए ताकि यात्रियों की सुविधा में विस्तार हो सके लेकिन रेल प्रशासन इस पर मौन साधे बैठा है।