नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक डॉ माधव गोविंद वैद्य का रविवार को महाराष्ट्र के नागपुर में अंतिम संस्कार किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रथम प्रवक्ता वैद्य का शनिवार को एक निजी अस्पताल में बीमारी के बाद निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार रविवार सुबह शहर के अंबाजरी श्मशान में किया गया।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, नागपुर महानगर संघचालक राजेश लोया, महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख, राज्य के पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और कई अन्य लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
अंतिम संस्कार से पहले भागवत ने सुबह वैद्य के निवास का दौरा किया। वहां से निकलने के बाद भागवत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि एमजी वैद्य ने संघ की विचारधारा को बनाए रखा। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक इनसाइकलोपिडिया थे और उनकी मृत्यु से एक शून्य बन गया है। मेरे हिसाब से हमने अपना एक अभिभावक खो दिया है। श्
उन्होंने कहा कि हम उससे परामर्श लेते थे। अब हमारे सामने दुविधा रहेगी कि किससे सलाह के लिए संपर्क किया जाए। उन्होंने हमें जीवन जीने के तरीके का एक उदाहरण दिया है। उनकी कमी खलेगी। वैद्य को श्रद्धांजलि देने के लिए 31 दिसंबर को रेशमबाग स्थित डॉ हेडगेवार स्मृति मंदिर में एक बैठक आयोजित की जाएगी।