मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन के एक मामले में रविवार को शिवसेना सांसद संजय राउत के आवास पर 9 घंटे की तलाशी और पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया।
ईडी ने राउत को ‘पात्रा चॉल’ के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं और उनकी पत्नी से जुड़े एक लेन-देन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था।
इससे पहले ईडी के अधिकारी शिवसेना सांसद के आवास ‘मैत्री’ पहुंचे तो राउत ने उनसे घर आने का कारण पूछा और उनसे कहा कि वे संसद के मानसून सत्र के बाद जांच के लिए आएं। जिस पर अधिकारियों ने उनसे कहा कि चूंकि वह उनके साथ सहयोग नहीं कर रहे हैँ, इसलिए उन्हें जांच के लिए उनके घर आना पड़ा।
बाद में ईडी अधिकारियों ने संजय राउत को हिरासत में लिया और ईडी के जोनल कार्यालय ले जाया गया, जहां उनसे और पूछताछ किए जाने की संभावना है। इस बीच काफी संख्या में शिवसैनिक राउत के घर के बाहर जमा हो गए और ईडी के खिलाफ नारेबाजी की और शिवसेना सांसद के खिलाफ कार्रवाई का विरोध किया।
दूसरी तरफ ईडी के बेलार्ड पियर स्थित कार्यालय के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है तथा सुरक्षा कारणों से कार्यालय के बाहर बैरिकेडिंग की गई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक दिल्ली से ईडी के केंद्रीय अधिकारी मुंबई पहुंच गए हैँ और वे संजय राउत से पूछताछ करेंगे।
हिरासत में लिए जाने से पहले संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि वह ईडी की कार्रवाई से डरते नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैं शिवसेना को कभी नहीं छोड़ूंगा, मैं एक सच्चा शिव सैनिक हूं।
राउत ने कुछ गलत नहीं किया है तो डरें नहीं : शिंदे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि अगर शिवसेना नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कुछ गलत नहीं किया तो उन्हें डरने की आवश्यकता नहीं है।
शिंदे ने मुंबई में राउत के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा चल रही जांच के मुद्दे पर सवालों के जवाब में कहा कि राउत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के सबसे बड़े नेताओं में से एक थे और उन्हें वर्तमान जांच के नतीजे का इंतजार करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने जवाबी कार्रवाई की संभावना से भी इनकार किया और कहा कि इससे पहले भी जांच एजेंसियों ने काम किया है।
शिंदे ने लोगों से ईडी की कार्रवाई के डर से उनके पास नहीं आने का भी आग्रह किया। शनिवार की रात दिल्ली के अपने तत्काल दौरे के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम यहां मराठवाड़ा और संबंधित क्षेत्रों की समस्याओं को हल करने के लिए आए हैं।