अजमेर। बंदरों के आतंक से जूझ रहे अजमेर स्थित राजकीय जनाना अस्पताल को जल्द ही इससे मुक्ति मिलेगी। प्रशासन ने इस समस्या को गंभीरता लिया है और नगर निगम को इस बारे में निर्देशित किया है।
जिला कलक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में सोमवार को विभिन्न विभागों के साप्ताहिक समीक्षा बैठक में जनाना अस्पताल को बंदरों के आतंक का मसला भी उठा।
गोयल ने कहा कि राजकीय जनाना अस्पताल में मरीजों एवं परिजनों को बंदरों के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे निजात दिलाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। नगर निगम द्वारा इन बंदरों को अस्पताल परिसर से हटाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राजश्री योजना के लिए पात्र बालिकाओं को प्रथम किश्त का भुगतान तुरन्त किया जाना आवश्यक है। संस्थागत प्रसव के समस्त बालिकाओं को शतप्रतिशत राजश्री योजना का लाभ दिया जाए।
इसके पश्चात उनका वर्षभर तक टीकाकरण के माध्यम से फोलोअप किया जाए। टीकाकरण समाप्त होने पर द्वितीय किश्त का भुगतान लाभार्थी के खाते में शीघ्र ही किया जाए।
उन्होंने कहा कि राजस्थान सम्पर्क के प्रकरणों को प्रथम स्तर पर ही निस्तारित किया जाना चाहिए। द्वितीय एवं तृतीय स्तर पर प्रकरण स्थानान्तरित होने से पूर्व ही प्रार्थी की समस्या का समाधान किया जाए। सीएमआईएस पर विभागों के द्वारा सूचनाओं का अद्यतन 5 अप्रेल तक आवश्यक रूप से किया जाए।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर कैलाश चंद शर्मा, नगर निगम आयुक्त हिमांशु गुप्ता, उप वन संरक्षक अजय चितौड़ा, जिला रसद अधिकारी संजय माथुर, विनय शर्मा उपस्थित थे।