नई दिल्ली। मौसम विभाग के अनुसार इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून छह जून को केरल तट पर पहुंचेगा। विभाग ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि सांख्यिकी मॉडलों के आधार पर यह संकेत मिल रहा है कि इस साल मानसून के केरल पहुंचने में थोड़ी देरी होगी। दक्षिण-पश्चिम मानसून के छह जून को केरल पहुँचने का अनुमान है। उसने कहा है कि इसमें चार दिन आगे-पीछे हो सकता है।
वर्ष 2005 से 2018 के बीच सिर्फ एक बार 2015 में ऐसा हुआ है जब मौसम विभाग ने मानसून के आगमन का जो पूर्वानुमान जारी किया है वास्तविक आगमन उससे बहुत ज्यादा आगे-पीछे रहा हो। मानसून के केरल पहुँचने का सामान्य समय एक जून होता है।
इससे पहले मौसम पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी कंपनी स्काईमेट ने मंगलवार को कहा था कि मानसून चार जून को केरल पहुंचेगा। उसने इसमें दो दिन आगे-पीछे होने की गुंजाइश बताई थी।
मौसम विभाग ने कहा है कि 18 और 19 मई के बीच मानसून के अंडमान सागर के दक्षिणी हिस्से, निकोबार द्वीप और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी स्थित आसपास के इलाकों में आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं। स्काईमेट ने मानसून के दो दिन की देरी से 22 मई को अंडमान निकोबार द्वीप समूह पहुंचने का पूर्वानुमान व्यक्त किया था।