जयपुर। राजस्थान में जहां भीषण गर्मी एवं लू कहर ढा रही है वहीं राज्य में मानसून के आने में करीब पन्द्रह दिन की देरी हो सकती है।
मौसम विभाग के निदेशक शिव गणेश ने आज यहां बताया कि मानसून के केरल में सात जून तक पहुंचने की संभावना है और इसके पश्चात मानसून राज्य में पन्द्रह जून से एक जुलाई के बीच कभी भी पहुंच सकता हैं। अमूमन मानसून पन्द्रह-सोलह जून को प्रदेश में प्रवेश करता है और इस बार वह समय पर नहीं पहुंचा तो इसमें करीब पन्द्रह दिन की देरी भी हो सकती है।
उन्होंने बताया कि इस बार राजस्थान में मानसून की लगभग सामान्य वर्षा होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि देश के उत्तर पश्चिम क्षेत्र राजस्थान सहित जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, गुजरात एवं महाराष्ट्र में 94 प्रतिशत बारिश होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि राज्य में भीषण गर्मी के मद्देनजर कई क्षेत्रों में रेड अलर्ट जारी किया हुआ है। हालांकि आगामी दिनों में भीषण गर्मी में कमी आने का अनुमान है।
राज्य में पिछले सात-आठ दिन से भीषण गर्मी और लू का दौर जारी है और इस दौरान प्रदेश में अधिकतम तापमान पचास के पार भी पहुंच चुका हैं और फिलहाल चुरु सहित कुछ क्षेत्रों में अधिकतम तापमान अड़तालीस डिग्री सेल्सियस एवं इसके आस पास होने से लोग परेशान हो रहे है।
गर्मी इतनी तेज है कि रात के आठ-नौ बजे तक गर्म हवा महसूस की जा रही है। बुधवार को उमस बढने से लोग घर में बैठे ही पसीने से तरबतर हो गये। भीषण गर्मी में लोग कपड़े से मुंह ढककर तथा छाया तलाशकर इससे बचने का प्रयास करते नजर आए। विभाग के अनुसार आगामी चौबीस घंटों में आंधी चलने एवं मेघगर्जन होने की संभावना है।