माउंट आबू। राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थल माउंट आबू में बंदरों ने हमला कर राह चलते करीब दर्जन लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। बंदरों के हमले से जोधपुर के चेना राम, माउंट आबू के रतना देवासी, बड़ौदरा के पर्यटक हितेश गोधारा, सूरत के यतिन पटेल आदि घायल हो गए।
तीन बंदरों के हमले से घायल चेनाराम ने बताया कि वे मजदूरी करने के बाद शाम को बाजार की ओर जा रहे थे कि अधरदेवी चौराहे पर हनुमान मंदिर के समीप अचानक एक साथ तीन बंदरों ने आकर पीछे से हमला कर पिंडलियों, एडिय़ों एवं टांग को जगह-जगह से बुरी तरह चबा डाला। टांगों से भारी मात्रा में खून बह गया। जिससे वे घटनास्थल पर ही अचेत होकर गिर पड़े।
घायल चेनाराम को लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। जहां बंदरों की ओर से चबाए गए चेनाराम की टांग, पिडंलियों समेत अन्य स्थानों पर करीब दो दर्जन टांके आए।
इसी तरह से अधरेदवी निवासी रतना देवासी अपनी दुकान पर काम कर ही रहे थे कि बंदरों ने आकर अचानक उन पर भी हमला कर दिया। जिससे आसपास के व्यवसाईयों ने बड़ी मुश्किल से रतनाराम को हमलावरों बंदरों के चंगुल से छुड़ाया लेकिन तब तक वे गंभीर रूप से घायल हो चुके थे। घायलावस्था में उन्हें ग्लोबल अस्पताल पहुंचाया गया।
पूर्व में भी कई लोगों पर बंदरों की ओर से प्राणघातक हमला किया गया है। जिसके तहत रूपाराम थिंगर, सुरेश कुमार, दरगाराम चौहान, मनीषा थिंगर समेत दर्जनों लोगों को भी बंदर गंभीर घायल कर चुके हैं। क्षेत्र में आए दिन बंदरों की धमाचौकड़ी से सैलानियों एवं राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते लोग दैनिक कार्यों समेत सामान्य आवागमन के लिए घरों से बाहर निकलने में सहमे हुए हैं।
वनपाल कुमार चौधरी ने बताया कि बंदरों की ओर से किए जा रहे हमले की निरंतर शिकायतें मिल रही हैं। जिसे देखते हुए ऐतिहात के तौर पर अधरदेवी क्षेत्र में अलग-अलग गश्ती दलों को बंदरों पर निगरानी रखने के लिए तैनात किया गया है।