बेंगलूरु। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं जनता दल (सेक्युलर) नेता एचडी कुमारस्वामी ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए दान संग्रह में अधिक पारदर्शिता लाने की मांग की है।
कुमारस्वामी ने बुधवार को कहा कि वह मंदिर निर्माण के खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने मंदिर निर्माण का विरोध नहीं किया है, बल्कि सिर्फ मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह में अधिक पारदर्शिता चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार का उत्तरदायित्व है कि वह यह जांच करे कि राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह कौन कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मैंने ना तो राम मंदिर का विरोध किया है और ना ही राम मंदिर के लिए धन संग्रह करने वाले किसी संगठन के लिए गलत बोला है। यहां तक कि मेरी पार्टी के सदस्यों ने भी पैसा दिया है, लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि घर-घर जाकर धन संग्रह करने का अधिकार किसके पास है। उसकी पृष्ठभूमि क्या है। उसे अनुमति किसने दी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी आपत्ति बिना पारदर्शिता के मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह करने तथा भगवान राम के नाम लूट और धन का दुरुपयोग करने को लेकर है।
उल्लेखनीय है कि कुमारस्वामी ने सोमवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर पर अयोध्या में राम मंदिर के लिए दान देने वालों तथा दान नहीं देने वालों के घरों को चिह्नित करने का आरोप लगाया था और कहा था कि यह जर्मनी के नाजियों के समान है।
वहीं संघ ने कुमारस्वामी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि वह उनके (कुमारस्वामी) के आरोपों का जवाब देने के लिए उत्तरदायी नहीं है। संघ ने कहा था कि मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह करने वाले विश्व हिंदू परिषद की राज्य इकाई ने इन आरोपों के लिए पूर्व मुख्यमंत्री की निंदा की है। जद (एस) के नेता ने कहा कि दान ऑनलाइन लेनदेन के माध्यम से किया जा सकता है।