सबगुरु न्यूज-सिरोही। आगामी विधानसभा चुनावों में जिले की तीनों विधानसभा सीटों के लिए भाजपा से कौन-कौन दावेदार हैं, उनके चेहरे आज स्पष्ट हो जाएंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री वी सतीश और चुनाव समिति के सतीश पूनिया के बुधवार को सिरोही पहुंचने की सूचना सिरोही, पिण्डवाड़ा-आबू और रेवदर विधानसभा से भाजपा के टिकिट के लिए दावेदारी करने वाले नेता आज से ही अपनी सिफारिशें लगने का श्रीगणेश करने के मूड में है।
वी सतीश और सतीश पूनिया बुधवार को पनिहारी गार्डन में दोपहर तीन बजे से भाजपा संगठन की बैठक लेंगे। इस मीटिंग में ही अधिकांश भाजपा नेता तीनों सीटों पर अपनी दावेदारी के लिए बिल्ली मार लेना चाहते हैं।
इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सोमवार से ही इसके लिए भाजपा के नेताओं ने गोलबंदी शुरू कर दी है। इसके लिए ब्लाॅक अध्यक्षों, जिलाध्यक्षों, मोर्चों के अध्यक्षों के अलावा निकायों व पंचायतराज के जनप्रतिनिधियों से संपर्क साधकर उनके पक्ष में सिफारिशी पत्र देने या सिफारिश करने के लिए मान मनौव्वल भी शुरू हो गई है।
-अब तक ये दावेदार आए सामने
मंगलवार रात तक सिरोही विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी करने के लिए गोलबंदी करने वाले करीब आधा दर्जन भाजपाइयों के नाम सामने आए हैं। इनमें गोपालन मंत्री व वर्तमान विधायक ओटाराम देवासी और जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया के अलावा खुद जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चैधरी भी शामिल हैं।
इनके अलावा आरएसएस की तरफ से खुद को प्रमुख चेहरा मानने वाले पूर्व जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित ने भाजपा में भी गोलबंदी की शुरूआत की है। वहीं पूर्व जिला महामंत्री वीरेन्द्रसिंह चैहान का भी नाम सिरोही विधानसभा में भाजपा की दावेदारी के लिए गोलबंदी करने वालों में शामिल है।
इनके अलावा भाजपा जिला मंत्री अशोक पुरोहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बूते अपनी दावेदारी रखने को तत्पर हैं। वहीं जावाल ब्लाॅक अध्यक्ष छगनलाल घांची भी अपने समाज के वोट बैंक के आधार पर अपनी दावेदारी जयपुर में तो जता चुके हैं, लेकिन सिरोही में वो चूकना नहीं चाहते। वहीं जातीय समीकरण के आधार पर पुरोहित समाज के युवा चेहरे के रूप में भाजयुमो जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित भी अपनी दावेदारी जताने के लिए आगे आ सकते हैं।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की राजस्थान गौरव यात्रा के दौरान दो बार उनसे मिल चुके रघुनाथ माली भी भाजपा की तरफ से ओटाराम देवासी के प्रतिद्वंद्वी के रूप में सामने आ रहे हैं, सिरोही सभापति ताराराम माली के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में एफआईआर दर्ज होने के बाद माली समाज से यह स्वयं की दावेदारी और प्रबलता से रख सकते हैं। यूं दावे ये भी किए जा रहे हैं कि माली को प्रभुलाल सैनी और प्रदेशाध्यक्ष सैनी की तरफ से सकारात्मक संदेश मिल गए हैं।
प्रजापत समाज के वोटबैंक के आधार पर गोपाल प्रजापति भी अग्रीम पंक्ति में हैं, लेकिन रघुनाथ माली और गोपाल प्रजापति के पार्टी में सक्रिय नहीं होने के कारण इनकी दावेदारी आज पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के दौरान सामने आना मुश्किल है। हां, ये अलग से अपनी दावेदारी जरूर रख सकते हैं।
वैसे पिंडवाड़ा-आबू और रेवदर विधानसभा के क्रमशः st aur sc के लिए सुरक्षित किये जाने से इन विधानसभा क्षेत्रों के सामान्य और ओबीसी वर्ग के भाजपा और आरएसएस से जुड़े कार्यकर्ता भी सिरोही विधानसभा क्षेत्र में आना भाग्य आजमाने के लिए आगे आ सकते हैं। इनमें एक नाम रोहिड़ा से गिरीश जोशी का भी सामने आ रहा है।