नई दिल्ली। कांग्रेस सहित विपक्ष के 16 दलों के नेताओं ने प्रवासी मजदूरों के लिए रिमोट ईवीएम के माध्यम से मतदान करने की चुनाव आयोग के प्रस्ताव का विरोध करते हुए आज कहा कि इसमें स्पष्टता नहीं है और कई तरह की खामियां मौजूद हैं।
बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा विपक्षी दलों की चुनाव आयोग द्वारा कल बुलाई गई बैठक को लेकर संयुक्त रणनीति पर चर्चा हुई जिसमें 16 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। कांग्रेस ने यह बैठक आयोग के प्रवासी मतदाताओं के लिए रिमोट ईवीएम से मतदान की अवधारणा को बुलाई थी जिसमें समाजवादी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रतिनिधि नहीं भेज पाई लेकिन बैठक के प्रति दोनों दलों ने समर्थन जताया।
उन्होंने कहा कि आयोग के प्रस्ताव में स्पष्टता नहीं है। प्रवासी मजदूर कौन हैं इसकी परिभाषा नहीं है। प्रस्ताव में इस तरह की कई खामियां हैं। आयोग ने 31 जनवरी तक विपक्षी दलों से इस बारे में राय मांगी है इसलिए सभी दलों ने 25 जनवरी को इस बारे में फिर बैठक करने का निर्णय लिया है।
कांग्रेस नेता ने बताया कि बैठक में आरईवीएम को लेकर आयोग के साथ सोमवार को आयोजित बैठक में होने वाली चर्चा के विन्दुओं पर सामूहिक रूप से विचार किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि अपरिहार्य कारणों से बैठक में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी उपस्थित नहीं हुई लेकिन दोनों दलों ने इस बैठक को लेकर एकजुटता व्यक्त की है।