बांदा। उत्तर प्रदेश में बांदा के मरका इलाके में हुए एक भीषण अग्निकांड में मां और उसके तीन बच्चों की जिंदा जलने से मृत्यु हो गई।
घटना की जानकारी पर शनिवार को कई प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद सभी मृतकों के शव आज बड़ी मुश्किल से निकालने में कामयाबी मिली।
अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र प्रताप सिंह चौहान ने यहां कहा कि मरका इलाके के पुरवा मजरा निवासी कल्लू राजस्थान के जयपुर में मजदूरी करता है। उसकी पत्नी संगीता, अपने बच्चों 9 वर्षीया पुत्री अंजली, 6 वर्षीय बेटे आशीष व तीन वर्षीय बेटी छोटी को लेकर गांव की एक कच्चे मकान में रहती थी।
मकान में भूसा भरा हुआ था और संगीता अपने तीनों बच्चों के साथ एक कोठरी में सो रही थी। रात्रि में ठंड से बचाव के लिए रखे अलाव की चिंगारी से आग लग गई। जिससे कोठरी में सो रहे चारों लोग निकल कर नहीं भाग पाए। आग ने विकराल रूप धारण कर पूरे परिवार को व मकान को जलाकर नष्ट कर दिया।
उन्होंने बताया कि शनिवार को मिली सूचना के बाद पहुंची फायर ब्रिगेड और पुलिस ने आग बुझाकर और मलबा हटाकर किसी तरह से चारों मृतकों के शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
मजिस्ट्रेट सौरभ शुक्ला ने कहा कि आग लगने का कारण सर्दी से बचाव के लिये रखा गया अलाव मालूम होता है। शनिवार को सुबह 3 बजे आग लगना प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कहा कि अग्निकांड के प्रत्येक बिन्दुओं की जांच भी कराई जा रही है। जिससे घटना की वास्तविकता का पता चल सकेगा।