माउंट आबू। राजस्थान के एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में शनिवार को न्यूनतम तापमान माइनस 3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचने से कड़ाके की ठंड से जनजीवन प्रभावित हुआ। अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस पर ही स्थिर रहा।
दांत किटकिटा देने वाली ठंड के चलते रात को घरों के बाहर खड़े वाहनों की छतों, सोलर प्लेटों, पेड़ पौधों के पतों, खुले मैदानों, जलाशयों के किनारों, घास पर प्रातः बर्फ की सफेद चादर-सी जमी हुुई देखी गई। लोगों ने अपनी दिनचर्या से लेकर व्यापारिक गतिविधियां सुबह देरी से आरंभ की, सांझ ढलते ही शीत लहर के तेवर तीखे हो गए।
सर्दी से बचने के लिए लोग जल्दी ही घरों में दुबक गए। भारी भरकम ऊनी लाबादों में लिपट कर आलाव जलाकर तापने के लिए मजबूर हो गए। गांव के लोगों को दूध एवं सब्जियों को बाजारों तक पहुंचाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि आसमान साफ रहने की वजह से दिन में धूप तो खिली किंतु बर्फीली हवाओं के चलते रहने से धूप का असर फीका रहा।