माउंट आबू। राजस्थान के पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में भीषण शीतलहर की चपेट के चलते बुधवार को दूसरे दिन भी न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दू से नीचे (-4) डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सुबह आवासीय भवनों की छतों पर लगी सोलर प्लेटों, जलाशयों के किनारे, ऐतिहासिक पोलोग्राउंड, खुले मैदानों, बाग-बगीचों में खिले फूलों, पेड़-पौधों के पतों, नक्की झील में खड़ी नौकाओं की सीटों, रात को खुले में पार्क किए गए वाहनों की छतों पर बर्फ की परत जम गई।
कड़ाके की ठंड से बचाव को लेकर लोग दिन चढने तक राजाईयों में ही दुबके रहे। दिन चढने के बाद भारी भरकम ऊनी लबादों का सहारा लेकर ही लोग घरों से बाहर निकले।
अधिकतम तापमान में मामूली सा उछाल आने से तापमापी का पारा 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सवेरे आसमान के साफ रहने से उगते सूरज की धूप सेवन को लोगों को जगह-जगह जमावड़ा लगा रहा।
चाय की चुस्कियों के साथ आग तापने का सिलसिला भी जारी रहा। सवेरे वाहनचालकों को वाहन स्टार्ट करने को धक्का परेड करना पड़ा। वहीं दूरदराज के गांवों से ग्रामीणों को शहर में सब्जियां पहुंचाने में सवेरे भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।