माउंट आबू। राजस्थान में पर्वतीय पर्यटन स्थल मांउट आबू में बहुचर्चित नगर पालिका की आय का प्रमुख स्त्रोत नक्की नौकायन का ठेका लंबी प्रक्रिया के बाद आज किसी निर्णय पर नहीं पहुंच पाने की वजह से पालिका मंडल की बैठक बुलाई गई थी।
बैठक में पालिका आयुक्त ने बोट हाउस ठेका निविदा प्रक्रिया में तीन फर्मों की ओर से भाग लिए जाने की बात कही। जिस पर एक फर्म को तकनीकी कारणों से पहले ही निविदा प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया था।
बैठक में जानकारी दी गई कि नक्की झील में नौका संचालन के लिए समस्त करों एवं कानूनी दायित्व की निविदादाता की जिम्मेवारी तय करने के साथ ठेके का आधार मूल्य आठ करोड़ की आरक्षित राशि से निर्धारित की गई थी। लेकिन इस प्रक्रिया में सम्मिलित होने वाली दो फर्मों की ओर से निर्धारित निविदा से काफी कम की निविदाएं आई हैं। जिसमें अधिकतम पांच करोड़ 50 लाख रूपये की राशि की निविदा प्राप्त हुई है। जिसे देखते हुए आगे की कार्यवाही संपादित करने को पालिका बोर्ड की बैठक आहूत किए जाने की जानकारी दी।
बैठक में अलग अलग राय व्यक्त करने पर बताया गया कि निर्धारित बोली तक राशि नहीं आने की स्थिति में वर्तमान में 70-30 शेयरिंग बेस पर ही ठेका संचालित किया जाना चाहिए। जिस पर नेता प्रतिपक्ष सुनील आचार्य ने कहा कि शेयरिंग बेस पर ठेका नहीं चलाया जा सकता। इससे नगरपालिका को भारी आर्थिक हानि हो रही है।
नक्की झील नौकाविहार संचालन ठेका पद्यति की प्रक्रिया संपादित करने के लिए कलक्टर के निर्देश पर पालिका आयुक्त शिवपाल सिंह की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है।