कोटा। राजस्थान के कोटा शहर में विद्युत आपूर्ति और बिल की व्यवस्था कर रही निजी कंपनी केईडीएल के खिलाफ आंदोलन कर रहे लोगों ने शनिवार को सदबुद्धि यज्ञ किया।
कम्पनी कार्यालय के बाहर पिछले पांच दिन से जारी क्रमिक अनशन-घटनास्थल पर हिम्मत सिंह के नेतृत्व में इस यज्ञ का आयोजन कम्पनी संचालकों और प्रदेश सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए किया गया।
आंदोलनकारियों का अारोप है कि शहर में विद्युत आपूर्ति और बिल की व्यवस्था निजी कम्पनी के हाथों में देने के बाद मोटी रकम के बिल आ रहे है।
सिंह का कहना है कि यह राजनीतिक आंदोलन नहीं है बल्कि एक निजी कम्पनी की मनमानी के खिलाफ आमजन की व्यथा और उनकी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि एक ओर जहां सत्तारूढ़ भाजपा के स्थानीय सांसद, विधायकों और अन्य नेताओं ने मनमाने बिजली के बिल जारी करने के प्रति इस निजी कम्पनी का विरोध किया है, वहीं कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित कोटा के व्यापारियों की प्रमुख संस्था कोटा व्यापार महासंघ भी न केवल अपना विरोध दर्ज करवा चुकी है बल्कि बिजली कम्पनी की मनमानी नहीं थमने की सूरत में कोटा बंद तक करने की चेतावनी दे चुकी है।
इस बीच आज भारत वाहिनी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जुलुस निकाल कर बिजली कम्पनी के मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर अनुचित बिल व्यवस्था के खिलाफ नारेबाजी की। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी जो अपने हाथों में स्मार्ट मीटर लगाने और मनमानी बिल के खिलाफ नारे लिखी तख्तियां लिए हुए थी।