भरतपुर। राजस्थान में माली, सैनी, कुशवाह, मौर्य समाज को आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर में चल रहे आंदोलन के सिलसिले में गिरफ्तार नेताओ को रिहा कर दिए जाने के बाद भी आगरा-बीकानेर हाइवे संख्या 21 को भरतपुर में अरोदा-बेरी के बीच जाम करके बैठे आंदोलनकारियों ने आंदोलन को समाप्त करने के लिए राजमार्ग से हटने से इंकार कर दिया है।
आंदोलनकारियों की इस वजह से हाईवे पर सोमवार को लगातार चौथे दिन भी यातायात बहाल नही हो सका। राजमार्ग पर लगे जाम के बीच जयपुर में सीएम से वार्ता के लिए प्रतिनिधिमंडल के रवाना होने की जानकारी सामने आई है जिसकी वजह से अब आंदोलन के जारी रहने या समाप्त करने के साथ हाईवे के खुलने की सम्भावना जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वार्ता पर टिक गई है।
गौरतलब है कि आंदोलन के सिलसिले में जेल में बंद नेताओ को रिहा किए जाने की आंदोलनकारियों मांग को सरकार द्वारा पूरा किए जाने के बाद आज यह उम्मीद की जा रही थी कि आंदोलनकारियों द्वारा हाईबे से जाम हटा लिया जाएगा लेकिन उम्मीद के विपरीत माली, सैनी, कुशवाह, मौर्य समाज आरक्षण संघर्ष समिति सुप्रीमो मुरारी सैनी एवं अन्य नेताओं ने जेल से रिहा होकर आन्दोलनस्थल पर पहुंच आंदोलनकारियों से हाईवे से जाम हटाने की अपील की तो बवाबाल पैदा हो गया और आंदोलनकारियों ने अपने नेताओं की अपील को ठुकरा दिया।